वर्ष 2024 के पहले महाशिव रात्रि को अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। इस बीच पूरे उत्तर प्रदेश के कांवड़ियों में हलचल देखने को मिल रही है। सभी कांवड़ियाँ भगवन शिव के दर्शन को लेकर अपने घर से निकल चुके हैं। इस बीच उनकी सुरक्षा और इस दौरान कोई अनहोनी न हो, इसको मद्देनजर रखते हुए अब यूपी पुलिस – प्रशासन भी सख्त नजर आ रहा है। इसी कर्म में बुधवार यानी 6 मार्च को डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाशिवरात्रि पर्व पर कांवड़ यात्रा मार्ग की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, कांवड़ यात्रा मार्ग की सुरक्षा को लेकर उन्होंने आज सभी एडीजी जोन, पुलिस कमिश्नर, आईजी रेंज और जिलों के पुलिस कप्तानों को दिशा-निर्देश जारी किया। उनके निर्देश के तहत सभी थाना क्षेत्रों में महाशिवरात्रि को लेकर कार्यक्रमों के आयोजकों, शांति समितियों, शिविर प्रबंधकों के साथ वरिष्ठ अधिकारी अपना ताल मेल बनाते हुए संवाद बनाकर रखें।
उन्होंने आगे निर्देश दिया है कि, “साथ ही, जिन धार्मिक जगहों पर कांवड़ियों को जलाभिषेक करना है, वहां पुलिस प्रबंधन के साथ ही एंटी सेबोटॉज चेकिंग के अलावा क्यूआरटी टीमों को स्ट्रेटेजिक प्वाइंट पर तैयार रखा जाए। ऐसे मार्गो जिनसे कांवड़ यात्रियों के आवागमन के आसार हो, संवेदनशील मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों और दूसरी जरुरी जगहों पर भी विशेष सतर्कता बरती जाए। ऐसे स्थानों पर सुरक्षा के साथ यातायात व्यवस्था का भी ख़ास ध्यान दिया जाए। जिससे कोई दुर्घटना होने पर तत्परता से राहत कार्य कराया जा सके।
बता दें, उनका आदेश है कि इस प्लानिंग को लेकर सभी अधिकारी अपने अधीनस्थों को पहले से ही जानकारी प्रदान करें। डीजीपी प्रशांत ने कहा कि, रात के समय सफर करने वाले किसी भी कांवड़ यात्री के साथ कोई मार्ग दुर्घटना न हो, इसका भी खास ध्यान दें। ऐसे मार्गों का चिन्हीकरण करते हुए ट्रैफिक डायवर्जन करें। इस दौरान सीओ और थाना प्रभारी ऐसे क्षेत्र जो संवेदनशील इलाकों में आते हैं उनका लगातार भ्रमण करते रहें।