एग्जिट पोल पर कांग्रेस ने TV डिबेट से किया किनारा, नड्डा ने कहा- नतीजों से पहले विपक्ष ने मानी हार…

एग्जिट पोल पर कांग्रेस ने TV डिबेट से किया किनारा, नड्डा ने कहा- नतीजों से पहले विपक्ष ने मानी हार…

मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने शुक्रवार को बड़ा फैसला करते हुए कहा कि पार्टी सातवें चरण की वोटिंग के बाद टीवी पर आने वाले एग्जिट पोल (Exit Poll) की बहस में हिस्सा नहीं लेगी। पार्टी का कहना है कि कांग्रेस रिजल्ट से पहले (4 जून) अटकलों में शामिल नहीं होना चाहती। इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर वार किया है।

पार्टी का कहना है कि वह टीआरपी के खेल की लड़ाई और अटकलबाजी में शामिल नहीं होना चाहती है। लेकिन कांग्रेस के इस रवैये पर सत्तारूढ़ भाजपा ने कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि इस बार हार के कारण को बयां ना कर पाने की स्थिति में कांग्रेस एक्जिट पोल का बहिष्कार कर रही है। इससे इस बात की भी साफ पुष्टि हो गई है कि विपक्षी दल ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी हार मान ली है।

भाजपा अध्यक्ष ने शुक्रवार को एक्स पर कहा कि सातवें चरण के मतदान की पूर्व संध्या पर एग्जिट पोल में भाग नहीं लेने का कांग्रेस का निर्णय इस बात की पुष्टि करता है कि कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भाग लेने से इनकार कर दिया है।

काफी समय से कांग्रेस पार्टी डिनायल मोड में- शाह

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को टीवी न्यूज चैनलों पर कांग्रेस के एक्जिट पोल का बहिष्कार करने के निर्णय पर कहा कि काफी समय से कांग्रेस पार्टी डिनायल मोड में ही है। कांग्रेस ने पूरे चुनाव में अपना बहुमत आने का जमकर प्रचार किया, लेकिन अब उनको भी स्थिति मालूम है कि कल के मतदान के बाद एक्जिट पोल में इनकी प्रचंड हार होने वाली है और किस मुंह से कांग्रेस मीडिया का सामना करे? इसलिए कांग्रेस इस पूरी एक्सरसाइज को यह कह कर नकार रही है कि एक्जिट पोल का कोई मतलब नहीं है।

कांग्रेस हर बार एक्जिट पोल में हिस्सा लेती है- शाह

हर बार कांग्रेस एक्जिट पोल में हिस्सा लेती है, मगर इस बार हार के कारण को बयां ना कर पाने की स्थिति में वो इसका बहिष्कार कर रही है। भाजपा नेता शाह ने कहा कि जब से राहुल गांधी कांग्रेस की मुख्य व्यवस्था में आए हैं, तब से कांग्रेस पार्टी डिनायल मोड में जी रही है। उन्होंने कहा, ‘मैं कांग्रेस नेताओं को कहना चाहता हूं कि शुतुरमुर्ग वृत्ति से किसी का फायदा नहीं होता। डटकर हार का सामना करें, आत्मचिंतन करें और आगे बढ़ना चाहिए। भाजपा ने भी कई चुनाव हारे, मगर कभी मीडिया या एक्जिट पोल का बहिष्कार नहीं किया। मुझे पूरा विश्वास है कि एक्जिट पोल भाजपा के 400 पार के नारे को धरातल पर उतारने वाले नतीजे लेकर आएगा।’

बाद की चर्चाओं में खुशी से हिस्सा लेंगे- पवन खेड़ा

इससे पहले, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट में घोषणा की कि उनकी पार्टी टेलीविजन चैनलों पर एक जून की शाम को प्रसारित होने वाले एक्जिट पोल की बहस का हिस्सा नहीं बनेगी। वह टीआरपी के लिए होने वाली अटकलों और द्वंद्वों में नहीं पड़ेंगे। खेड़ा ने अलग से एक बयान जारी कर कहा कि चुनावी नतीजे चार जून को आएंगे और हम चार जून के बाद की परिचर्चाओं में खुशी-खुशी हिस्सा लेंगे। मतदाताओं ने अपने वोट डाल दिए हैं और उनका फैसला सुरक्षित हो चुका है। उसके नतीजे तो चार जून को ही आएंगे। एक्जिट पोल में इंडियन नेशनल कांग्रेस शामिल नहीं होगी क्योंकि इस चर्चा-परिचर्चा का उद्देश्य जनता को सूचित करना होना चाहिए। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह फैसला पार्टी में काफी विचार-विमर्श के बाद लिया गया है।

कांग्रेस पर वोट बर्बाद न करें- नड्डा

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर अपनी पोस्ट में मतदाताओं से कहा कि वह शनिवार को मतदान के सातवें व अंतिम चरण में अपने मतों को कांग्रेस पर बिलकुल भी बर्बाद नहीं करें, क्योंकि कांग्रेस जब अपने पक्ष में नतीजे नहीं देखती तो प्राय: मैदान ही छोड़ देती है। उसने अपने पाखंड से किसी को भी नहीं बख्शा। भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस के इस फैसले को उसकी हार की स्वीकारोक्ति मानते हुए कहा कि विश्व की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया के प्रति कांग्रेस की यह विरक्ति ही सबसे ज्यादा चुभने वाली है।

हारने की आशंका होती है तो कांग्रेस लगाती है आरोपों की झड़ी

उन्होंने कहा कि एक तरफ भारतीय नए व‌र्ल्ड ऑर्डर, जीवनस्तर में सुधार, समृद्धि और नए अवसरों के लिए अपने नेता चुन रहे हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस इस संवैधानिक प्रक्रिया को कमतर आंकते हुए सुप्रीम कोर्ट जाकर मनमानी मांगे रख रही है, ताकि चुनावी प्रक्रिया दागदार हो। कांग्रेस को ईवीएम और चुनावी प्रक्रिया से तब तक कोई शिकायत नहीं है, जब तक वह चुनाव जीतती है। हिमाचल व तेलंगाना इसके ताजा उदाहरण हैं। लेकिन जब उसे हारने की आशंका होती है तो आरोपों की झड़ी लगाती है। इस धुन में वह सुप्रीम कोर्ट, जज, चुनाव आयोग व पत्रकारों पर निशाना साधते रहते हैं।

एक जून को होंगे सातवें चरण के लिए मतदान

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के सातवें और आखिरी चरण के लिए एक जून को वोटिंग होगी। इससे पहले देश में आम चुनाव के लिए छह चरणों में मतदान हो चुका है। ऐसे में सातवें और आखिरी चरण की वोटिंग के बाद शनिवार शाम को एक्जिट पोल आएंगे, जिसके लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने टीवी डिबेट से दूर रहने की बात कही है।

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