सीएम सरमा ने की राजनयिकों, उद्योग प्रमुखों से असम में निवेश करने की अपील

सीएम सरमा ने की राजनयिकों, उद्योग प्रमुखों से असम में निवेश करने की अपील

नई दिल्ली, 7 जनवरी (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को नई दिल्ली में राजदूतों, विदेशी निवेशकों से संपर्क किया और फरवरी में होने वाले “एडवांटेज असम 2.0: निवेश और बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन” में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया।

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने आसियान, बिम्सटेक, यूरोपीय और अन्य देशों के राजदूतों, उच्चायुक्तों, उद्योग प्रमुखों और अन्य हितधारकों से असम में आकर निवेश करने का आग्रह किया।

36 देशों के राजनयिकों, उद्योग जगत के नेताओं और अन्य हितधारकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि असम राज्य पिछले 10 वर्षों में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में तेजी से प्रगति कर रहा है।

उन्होंने बताया कि राज्य में एक लाख करोड़ रुपये की नई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं आ रही हैं, जिनमें ब्रह्मपुत्र पर तीन और नए पुल, सिंगापुर सरकार की मदद से गुवाहाटी के आसपास एक सैटेलाइट शहर, गुवाहाटी से भूटान के गेलेफू तक रेलवे लाइन आदि शामिल हैं।

हरित ऊर्जा के महत्व को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि सरकार का जोर हमेशा से स्वच्छ और हरित ऊर्जा तथा नवीकरणीय ऊर्जा पर रहा है। सरकार चाहती है कि असम में आने वाले सभी उद्योग अपनी ऊर्जा हरित ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त करें, जिसमें जगीरोड में टाटा सेमीकंडक्टर प्लांट भी शामिल है।

राज्य की मजबूत और सुदृढ़ अर्थव्यवस्था का अनुमान लगाते हुए सीएम सरमा ने कहा कि असम देश के सबसे मजबूत विकास इंजनों में से एक है, जो 12.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक मजबूत अर्थव्यवस्था के अलावा, राज्य प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ एक शैक्षणिक केंद्र भी है, जिसमें आईआईटी, एम्स, आईआईएम, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, केंद्रीय विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय और एनआईईएलआईटी विश्वविद्यालय परिसर जैसी परियोजनाएं शामिल हैं।

उन्होंने कहा असम के पास अपेक्षित कौशल और परिणाम देने की क्षमता है। इसमें यह सुनिश्चित करने का साधन है कि निवेश करने के इच्छुक लोगों को देश के अन्य राज्यों की तरह ही प्रोत्साहन मिले।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि सरकार राज्य में तेजी से औद्योगीकरण लाने के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन के लिए 25,000 करोड़ रुपये का एक कोष बनाएगी। उन्होंने कहा, “आओ और असम की विकास कहानी के भागीदार बनो।”

सरमा ने कहा कि उनकी सरकार नागांव की ओर गुवाहाटी से सटे इलाकों को रक्षा गलियारा घोषित करने के लिए रक्षा मंत्रालय के साथ चर्चा कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कौशल विकास पर बहुत जोर दिया है और पूर्वोत्तर कौशल केंद्र के माध्यम से 10,000 युवाओं को कौशल प्रदान किया जा रहा है।

पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी ही हैं, जिन्होंने पूर्वोत्तर को ‘भारत का विकास इंजन’ और ‘अष्टलक्ष्मी’ नाम दिया है।

सरमा ने काजीरंगा और मानस राष्ट्रीय उद्यानों के संरक्षण की सफलता के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों और समृद्ध विरासत के संरक्षण पर भी विस्तार से चर्चा की।

मुख्यमंत्री ने राजनयिकों से एडवांटेज असम समिट 2.0 से एक दिन पहले 24 फरवरी को असम आने की अपील की, ताकि 8,000 नर्तकों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले झुमुर नृत्य देख सकें। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी देखेंगे।

उन्होंने कहा, “मैं आपसे 24 फरवरी को झुमुर नृत्य देखने के लिए आने की अपील करता हूं ताकि असम की सांस्कृतिक जीवंतता और युवापन को महसूस किया जा सके।”

निवेशकों के गोलमेज सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि असम देश का सबसे शांतिपूर्ण राज्य है, जहां अपराध दर में भारी गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि व्यापार करने में आसानी और सिंगल विंडो मंजूरी के साथ परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। हम बुनियादी ढांचे और औद्योगिक मोर्चों पर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जगीरोड पर लगने वाला टाटा का सेमी कंडक्टर प्लांट प्रतिदिन 48 मिलियन चिप्स का उत्पादन करेगा। वहीं राष्ट्रीय गैस ग्रिड के तहत गैस निकासी और कनेक्शन चालू होने से गैस का परिवहन अब कोई समस्या नहीं है।

विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने कहा कि असम अब ‘लाहे लाहे’ (धीमी गति से चलने वाला) का देश नहीं रह गया है और यह तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है।

राजनयिकों, उद्योग जगत के नेताओं और निवेशकों के साथ बैठक और बातचीत में विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा और फिक्की नॉर्थ ईस्ट एडवाइजरी काउंसिल (एनईएसी) के चेयरमैन रंजीत बारठाकुर ने हिस्सा लिया। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी इस सम्मेलन में शामिल हुए।

एडवांटेज असम समिट 2.0 के लिए दिन भर चलने वाले कार्यक्रम की शुरुआत द्विपक्षीय चैंबर्स और व्यापार संघों के साथ गोलमेज वार्ता से हुई।

मुख्य सचिव रवि कोटा ने मुख्य भाषण दिया, जबकि एआईडीसी लिमिटेड के एमडी मानवेंद्र प्रताप सिंह ने एडवांटेज असम 2.0 पर एक प्रेजेंटेशन दिया।

–आईएएनएस

एकेएस/सीबीटी

E-Magazine