छत्तीसगढ़ : राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन, फुटबॉल में संथाल परगना चैंपियन

छत्तीसगढ़ : राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन, फुटबॉल में संथाल परगना चैंपियन

रायपुर, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रहीं 24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता का मंगलवार को समापन हो गया। फुटबॉल के रोमांचक फाइनल में संथाल परगना केरल को हराकर विजेता बना।

समापन के मौके पर छत्तीसगढ़ के खेल मंत्री टंक राम वर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

अंतिम दिन फुटबॉल और तीरंदाजी के खेलों ने विशेष ध्यान आकर्षित किया। फुटबॉल के फाइनल मैच में संथाल परगना की टीम ने केरल को पेनाल्टी शूटआउट में 4-1 से हराकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। केरल की टीम उपविजेता रही, जबकि झारखंड की टीम ने तीसरे स्थान पर कब्जा किया।

तीरंदाजी की प्रतियोगिता में पूर्वी उत्तर प्रदेश के बालक तीरंदाजों और कर्नाटक की बालिकाओं ने शानदार प्रदर्शन किया, जो प्रतियोगिता के प्रमुख आकर्षण बने। इस प्रतियोगिता में लगभग 600 जनजातीय बालक-बालिकाओं ने विभिन्न खेलों में भाग लिया, जिसमें फुटबॉल और तीरंदाजी मुख्य रूप से शामिल थे।

वन मंत्री मंत्री केदार कश्यप ने कहा अखिल भारतीय राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता 2024 का यह 24 वां आयोजन हमारे छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित हुआ। देश के 29 प्रांतों के 579 बच्चों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। इन बच्चों ने यहां आकर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। विकास खंड फिर जिले उसके बाद प्रांत स्तर पर जीत हासिल करने के बाद आज राष्ट्रीय स्तर पर इस आयोजन में बच्चों ने हिस्सा लिया।

बनवासी विकास समिति के माध्यम से यह आयोजन देश में ही नहीं बल्कि विश्व में सबसे बड़ा आयोजन है। बच्चों की प्रतिभा निखारने की दृष्टि से वनवासी कल्याण आश्रम लगातार काम करता है। हमारे बच्चों ने राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा साबित की है।

अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने कहा पूरे देश के प्रतिभाशाली खिलाड़ी यहां पर उपस्थित हुए। ब्लॉक से लेकर जिला और प्रांत स्तर पर चयनित होने के बाद आज यहां पर इन बच्चों ने खेल में प्रतिभाग किया। कुछ खिलाड़ियों से मेरी बात भी हुई। सभी ने अपनी-अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। खिलाड़ियों ने कहा हम अपने-अपने गांव में जाकर खेल केंद्र प्रारंभ करेंगे, उससे जो खिलाड़ी निकलेगा, वह पूरे विश्व स्तर पर इस देश का नाम रौशन करेगा।

–आईएएनएस

एकेएस/एकेजे

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