केंद्र ने हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए 17 राज्यों में 200 सीएनजी स्टेशन शुरू किए

केंद्र ने हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए 17 राज्यों में 200 सीएनजी स्टेशन शुरू किए

नई दिल्ली, 5 मार्च (आईएएनएस)। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को 17 राज्यों में 201 कम्‍प्रेस्‍ड नेचुरल गैस (सीएनजी) स्टेशन और मध्य प्रदेश के विजयपुर में भारत की पहली लघु एलएनजी इकाई राष्ट्र को समर्पित की। यह हरित अर्थव्यवस्था की दिशा में मोदी सरकार के प्रयास का हिस्सा है।

ये स्टेशन पारंपरिक ईंधन के हरित विकल्प के रूप में परिवहन क्षेत्र और घरेलू रसोई में सीएनजी के उपयोग को बढ़ावा देंगे और इसे नए क्षेत्रों में उपलब्ध कराएंगे। स्टेशनों का समर्पण यहां एक समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया, जिसमें मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और सार्वजनिक क्षेत्र की प्राकृतिक गैस कंपनी गेल के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।

आधिकारिक बयान के मुताबिक, गेल की 15 सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) इकाइयों ने 201 सीएनजी स्टेशन स्थापित किए हैं, जिनमें से 53 स्टेशन गेल गैस लिमिटेड के, 50 इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के, 43 गेल के और 20 महानगर गैस लिमिटेड के हैं।

बाकी में से चार अवंतिका गैस लिमिटेड के, दो बंगाल गैस कंपनी लिमिटेड के, तीन सेंट्रल यूपी गैस लिमिटेड के, एक गोवा नेचुरल गैस प्राइवेट लिमिटेड के हैं। ग्रीन गैस लिमिटेड को तीन, हरिद्वार नेचुरल गैस लिमिटेड का एक, पूर्व भारती गैस लिमिटेड के दो, राजस्थान स्टेट गैस प्राइवेट लिमिटेड का एक, त्रिपुरा नेचुरल गैस कंपनी लिमिटेड का एक और एक वडोदरा गैस लिमिटेड का है।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड के 12वें सीजीडी बोली के तहत दिए गए जीए में चल रहे सीजीडी विकास परियोजना के पूरा होने के बाद लगभग पूरे भारत की आबादी और भौगोलिक क्षेत्र को प्राकृतिक गैस तक पहुंच प्राप्त होगी। देशभर में सीएनजी स्टेशनों की कुल संख्या 6,200 से अधिक हो गई है, जबकि घरेलू पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) कनेक्शनों की संख्या लगभग 1.21 करोड़ है।

बयान में कहा गया है कि गेल समूह की कंपनियों के पास देश में 40 प्रतिशत सीएनजी स्टेशन और 64 प्रतिशत पीएनजी कनेक्शन हैं।

प्राकृतिक गैस मूल्य श्रृंखला में किए गए निरंतर नवाचार के अनुसार, गेल ने अपने विजयपुर एलपीजी संयंत्र में भारत की पहली लघु-स्तरीय एलएनजी (एसएसएलएनजी) इकाई स्थापित की है। एसएसएलएनजी तकनीक में अलग-अलग स्रोतों और उपभोक्ताओं को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है।

–आईएएनएस

एसजीके/

E-Magazine