पैन कार्ड डाउनलोड करने के लिए आए मेल से हो जाएं सावधान, भूलकर भी न करें ये काम


नई दिल्ली, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। धोखाधड़ी करने के लिए स्कैमर्स नए-नए हथकंडे अपनाते हैं। कभी वे कॉल करके बैंक कर्मी, पुलिस कर्मी आदि बनने का नाटक करते हैं, तो कभी वे आपको तरह-तरह के डॉक्यूमेंट भेजकर आपके फोन तक पहुंच बनाने की कोशिश में रहते हैं। पैन कार्ड डाउनलोड कराने के बहाने अभी नए तरीके से फ्रॉड की कोशिश हो रही है।

क्या आपके पास भी ई-पैन कार्ड डाउनलोड करने के लिए मेल आया है? पीआईबी ने ऐसे मेल को फेक बताया है, और अगर आप इस तरह के मेल को खोलते हैं और उसके डॉक्यूमेंट को डाउनलोड करते हैं, तो यह आपके फोन या सिस्टम के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

पीआईबी ने बताया कि क्या आपको भी ई-पैन कार्ड डाउनलोड करने के लिए कोई ईमेल मिला है? पीआईबी ने फैक्ट चेक में पाया कि यह ईमेल फर्जी है। ऐसे किसी भी ईमेल, लिंक, कॉल या एसएमएस का जवाब न दें, जिसमें आपसे वित्तीय और संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए कहा गया हो।

इनकम टैक्स विभाग की तरफ से कहा गया है कि आयकर विभाग ई-मेल के माध्यम से विस्तृत व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता है। आयकर विभाग आपके पिन नंबर, पासवर्ड, या क्रेडिट कार्ड, बैंक, या अन्य वित्तीय खातों के लिए समान पहुंच संबंधी जानकारी मांगने वाला ई-मेल नहीं भेजता है।

इनकम टैक्स विभाग की तरफ से लोगों को सलाह दी गई है कि यदि आपको किसी ऐसे व्यक्ति से ई-मेल प्राप्त होता है, जो आयकर विभाग द्वारा अधिकृत होने का दावा करता है, तो आप जवाब न दें। किसी भी अटैचमेंट को न खोलें। इसमें वायरस/कोड हो सकता है, जो आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकता है।

इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। यदि आपने किसी संदिग्ध ईमेल या फिशिंग वेबसाइट के लिंक पर क्लिक किया है, तो बैंक खाते, क्रेडिट कार्ड विवरण जैसी गोपनीय जानकारी दर्ज न करें। फिशर्स लिंक को वास्तविक जैसा बना सकते हैं, लेकिन यह वास्तव में आपको विभिन्न वेबसाइटों पर भेज देता है।

एंटीवायरस सॉफ्टवेयर, एंटी-स्पाइवेयर, और फायरवॉल का इस्तेमाल करें और उन्हें अपडेट रखें। कुछ फिशिंग ईमेल में ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं जो आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकते हैं या आपकी जानकारी के बिना इंटरनेट पर आपकी गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं।

–आईएएनएस

एएमटी/डीकेपी


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