मुंबई, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। पेशेवर तौर पर यह साल बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना के लिए शानदार रहा। लेकिन उनका कहना है कि व्यक्तिगत क्षति के कारण 2023 उनके लिए ‘भावनाओं का मिश्रण’ रहा।
आयुष्मान ने कहा, “पेशेवर तौर पर 2023 बहुत खास था और इसने मुझे बहुत प्यार और सम्मान दिया। मेरी सिनेमाई पसंद के लिए प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन द्वारा फिर से सम्मानित किया जाना वास्तव में विनम्र था। मैंने गर्व से एक ऐसे कार्यक्रम में विश्व स्तर पर भारत और भारतीय सिनेमा का प्रतिनिधित्व किया, जिसे पूरी दुनिया ने देखा। मेरे लिए यह एक बहुत बड़ा व्यक्तिगत मील का पत्थर है।”
आगे कहा, “एक भारतीय के रूप में, मुझे बहुत खुशी हुई कि हमारी संस्कृति और हमारा सिनेमा जोर-शोर से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है और दुनिया के हर कोने में इसका जश्न मनाया जा रहा है। तीन साल में दो बार टाइम द्वारा पहचाना जाना मेरे लिए एक अविश्वसनीय एहसास है। यह वह चीज है जिससे सपने बनते हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि वे मानते हैं कि मेरा काम सामाजिक परिवर्तन, राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहा है।”
आयुष्मान के लिए 2023 एकदम सही था क्योंकि उन्होंने फिर से ‘ड्रीम गर्ल 2’ दी।
उन्होंने कहा, “बॉक्स ऑफिस की सफलता से ज्यादा स्वादिष्ट कुछ भी नहीं है और मुझे खुशी है कि ड्रीम गर्ल 2 ने मुझे एक नाटकीय हिट दी, जिसे मैं हमेशा याद रखूंगा। अभिनेता के रूप में, हम हर शुक्रवार को जीते और मरते हैं और मुझे खुशी है कि मैं ड्रीम गर्ल 2 की रिलीज के शुक्रवार का जश्न मना सका।
2023 में यूनिसेफ ने उन्हें एक युवा आइकन के रूप में मान्यता दी जो भारत के लिए सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
वह कहते हैं, “मैंने हमेशा अपना योगदान देने और विशेष रूप से बच्चों के अधिकारों का समर्थन करने के लिए अपनी आवाज का उपयोग करने की कोशिश की है। इस वर्ष यूनिसेफ के राष्ट्रीय राजदूत के रूप में नियुक्त होना और इस संगठन के भीतर आगे बढ़ना आश्चर्यजनक था जो दुनिया भर में लाखों लोगों की सहायता कर रहा है और उनके जीवन में बदलाव ला रहा है।”
इस साल आयुष्मान को मिली तमाम सफलताओं के बावजूद उन्हें एक बड़ी व्यक्तिगत क्षति भी हुई। उन्होंने अपने पिता को खो दिया, एक खालीपन जिसे वह महसूस करते है कि वह कभी नहीं भर पाएगा।
उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो 2023 ने मुझे भावनाओं का एक मिश्रित बैग दिया है। व्यक्तिगत तौर पर मुझे बहुत बड़ी क्षति हुई है। मैंने अपने पिता को खो दिया, हम सभी ने मुस्कुराने की वजह खो दी। हमें उस डूबती, खाली भावना में डूबने और असहनीय दुःख से उबरने के लिए एक-दूसरे को पकड़ना था।
–आईएएनएस
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