अखिलेश यादव ने केशव प्रसाद को बताया 'मोहरा', डिप्टी सीएम ने ऐसे दिया जवाब

अखिलेश यादव ने केशव प्रसाद को बताया 'मोहरा', डिप्टी सीएम ने ऐसे दिया जवाब

लखनऊ, 26 जुलाई (आईएएनएस) । उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को “मोहरा” बताया है। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली के वाई-फाई के पासवर्ड हैं। अखिलेश के इस तंज पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है।

उन्होंने अखिलेश को नसीहत देते हुए कहा कि आप खुद कांग्रेस का मोहरा बन चुके हैं और भाजपा को लेकर किसी भी तरह की गलतफहमी न पालें। उन्होंने कहा कि अति पिछड़ों को निशाना बनाने, अपमान करने की जगह आप समाजवादी पार्टी को समाप्त होने से बचाने के लिए काम करें, उस पर ज्यादा ध्यान दें।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2027 में 2017 दोहारायेगी। कमल खिला है, खिलेगा और खिलता ही रहेगा।

अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में इन्होंने हर व्यवस्था हर विभाग को खराब करने का काम किया है। यह दावा करते थे कि मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। लेकिन, मेडिकल कॉलेज नहीं बना पाए। 13 मेडिकल कॉलेज को मान्यता नहीं मिली। अखिलेश यादव ने कहा कि जो मेडिकल कॉलेज हैं, उनकी स्थिति क्या है? गरीब को कहीं भी इलाज नहीं मिल रहा है। उत्तर प्रदेश में एक जिला अस्पताल नहीं बनाया गया। जहां पर दवाई, इलाज और इंतजाम मिल जाए गरीबों को।

यह तो अस्पताल की व्यवस्था है। साथ ही साथ कितना भ्रष्टाचार हुआ होगा, अब धीरे-धीरे इसकी पोल खुलने लगी है। यहां की सरकार ने यूपी को बर्बाद कर दिया है। जिस गांव में जितना काम करके हमने छोड़ दिया, उसके आगे काम हुआ ही नहीं। अभी लोकसभा में बजट पेश किया गया। हमसे सबने पूछा कि यूपी को बजट में क्या मिला। अखिलेश ने कहा कि बिहार को बजट में जो मिला है, क्या बिहार में इससे बाढ़ रूक जाएगी। अगर यूपी की बाढ़ नहीं रुकेगी तो बिहार की बाढ़ कैसे रुकेगी।

वहीं दूसरी ओर अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट “एक्स” से पोस्ट करते हुए लिखा कि 26 जुलाई को सपा के लखनऊ स्थित मुख्यालय में एक सादगीपूर्ण समारोह में ‘संविधान-मानस्तंभ’ की स्थापना की जाएगी, जिसमें भारत के संविधान की एक प्रति की स्थापना होगी, जिससे ‘पीडीए-प्रकाशस्तंभ’ के रूप में ‘भारत का संविधान’ हमारे सामाजिक न्याय का मार्ग सदैव प्रकाशित और प्रशस्त करता रहे।

–आईएएनएस

डीकेएम/एसकेपी

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