एक्टर ममूटी ने सीएम विजयन की 'अत्यंत गरीबी मुक्त' घोषणा के बीच केरल की सामाजिक प्रगति की सराहना की

तिरुवनंतपुरम, 1 नवंबर (आईएएनएस)। सुपरस्टार ममूटी ने आठ महीने बाद दुर्लभ सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज कराते हुए शनिवार को ‘अत्यंत गरीबी मुक्त राज्य’ की घोषणा के अवसर पर आयोजित समारोह में भावुक होकर कहा कि केरल उनसे ‘युवा’ है और लोगों द्वारा संचालित प्रगति का एक स्थायी उदाहरण है।
तिरुवनंतपुरम के सेंट्रल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए ममूटी ने कहा, “केरल ने अपने सामाजिक संकेतकों और अपनी प्रगति के तरीके से दुनिया को हमेशा चकित किया है। यह हमारे लोकतांत्रिक आदर्शों की वजह से है।”
उन्होंने कहा कि राज्य की सामाजिक जीत उसके लोगों की ‘सामाजिक विचारधारा के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता’ से उपजी है।
उन्होंने कहा, “विकास तभी होगा जब भुखमरी और भूख पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। कई जगहों पर यह नहीं है, जबकि केरल में यह हासिल हो चुका है। चाहे कुछ भी विकास हो, अगर पेट खाली रहे तो कुछ भी पूरा नहीं होता।”
इससे पहले, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गरीबी-मुक्त घोषणा को ‘एक नए केरल की सुबह’ और ‘राज्य के पुनर्जागरण की ओर एक कदम’ बताया।
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि लोगों के सामूहिक संकल्प और सरकार के निरंतर हस्तक्षेप को दर्शाती है।
विजयन ने कहा, “आज, केरल के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। हम दुनिया के सामने गर्व और स्वाभिमान के साथ खड़े हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह पहल कोई प्रचार नहीं, बल्कि एक वास्तविक सामाजिक उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने समन्वित कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से अत्यधिक गरीबी पर काबू पाया है, जिससे 64,000 से अधिक परिवारों के लिए भोजन, आश्रय और स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित हुई है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि वामपंथी नेतृत्व वाली सरकार ने अपनी हर प्रतिबद्धता पूरी की है।
उन्होंने कहा, “हमने वादों को अमल में लाया है। 4.7 लाख से ज़्यादा घर हकीकत बन गए हैं। केरल ने दिखा दिया है कि जब समाज एकजुट हो, तो कुछ भी असंभव नहीं है।”
निरंतर सतर्कता बरतने का आह्वान करते हुए, विजयन ने कहा कि ‘नए केरल’ की ओर यात्रा अभी पूरी नहीं हुई है, बल्कि एक निर्णायक चरण में प्रवेश कर गई है जहां समावेशिता और सामाजिक न्याय केंद्र में रहेंगे।
हालांकि, पहले घोषणा की गई थी कि समारोह में दो अन्य दिग्गज सुपरस्टार, मोहनलाल और कमल हासन, शामिल होंगे, लेकिन दोनों नहीं आए। कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष, जिसने पहले केरल विधानसभा सत्र का बहिष्कार किया था, भी इस कार्यक्रम से दूर रहा और इसे एक दिखावा बताया।
–आईएएनएस
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