दिल्ली विधानसभा में 'आप' के विधायकों का व्यवहार अलोकतांत्रिक और अनुचित : मोहन सिंह बिष्ट
नई दिल्ली, 27 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को जहां भाजपा विधायक सदन में अपने विधानसभा क्षेत्रों की समस्या उठा रहे थे, तो वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष आतिशी के साथ आम आदमी पार्टी के विधायक धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
‘आप’ विधायकों को गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में प्रवेश करने से रोका गया। इसे लेकर आम आदमी पार्टी ने भाजपा सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया।
नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “देश के इतिहास में पहली बार है जब चुने हुए विधायकों को विधानसभा परिसर में जाने से रोका जा रहा है। अभी तक पुलिस ने हमें कोई आदेश नहीं दिखाया। ये भाजपा की तानाशाही है। हमने “जय भीम” के नारे लगाए तो हमें विधान सभा परिसर से ही बाहर कर दिया। भाजपा बाबा साहेब अंबेडकर से नफरत करती है, उनकी तस्वीर से नफरत करती है, उनके नाम से नफरत करती है।”
आतिशी ने कहा है कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से 28 फरवरी (शुक्रवार) को मिलने का समय मांगा है।
दिल्ली विधानसभा में प्रवेश न दिए जाने के बाद ‘आप’ विधायकों के प्रदर्शन और भाजपा पर उनके आरोपों पर विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा कि वे जो कह रहे हैं, मैं उस पर टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन सदन के अंदर उन्होंने जिस तरह का व्यवहार किया, वह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत उचित नहीं है। यह सदन दिल्ली की जनता के प्रति जवाबदेही वाला सदन है। सदन में विभिन्न मुद्दों पर होने वाली चर्चा में भाग लेना चाहिए।
दिल्ली विधानसभा में सीएजी रिपोर्ट पेश करने पर भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि कैग रिपोर्ट में उल्लिखित अनियमितताएं स्पष्ट रूप से संकेत देती हैं कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने गंभीर अपराध किया है, और उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे।
–आईएएनएस
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