कानपुर में बंसीधर श्रीराम फर्म के नाम से तंबाकू का कारोबार करने वाले केके मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा और उनके बेटे शिवम मिश्रा यूं ही नहीं आयकर विभाग के निशाने पर आए। करीबियों द्वारा की गई मुखबिरी के बाद आयकर विभाग की नजर इस फर्म पर पड़ी। दरअसल, यह फर्म तो 70 से 80 साल पुरानी है, लेकिन पिछले 15 साल में पिता-पुत्र ने करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर दिया।
कभी स्कूटर से चलने वाले मुन्ना मिश्रा करोड़ों की महंगी गाड़ियों के मालिक बन चुके थे। पिता-पुत्र शान-ओ-शौकत भरी जिंदगी जी रहे थे। सूत्रों के अनुसार ये बात करीबियों को हजम नहीं हुई और आयकर विभाग को सूचना दे दी। इसके बाद विभाग ने चार महीने तक रेकी की और गुरुवार को देशव्यापी छापे मारे। कानपुर, गुजरात, दिल्ली के ठिकानों पर चली पांच दिन की कार्रवाई के बाद विभाग ने 70 से 80 करोड़ रुपये की अघोषित आय पकड़ी।