गूगल ने बीते शुक्रवार को अपने प्ले स्टोर से कुछ ऐप्स को हटा दिया था, जिसमें शादी.कॉम, इंफो एज की नौकरी, 99एकड़ और नौकरी गल्फ और अन्य ऐप शामिल थे। इसके बाद कंपनियों के साथ साथ भारत सरकार ने भी इसकी कड़ी निंदा करते हुए एतराज जताया था।
आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज यानी मंगलवार को कहा कि गूगल अपने प्ले स्टोर पर हटाए गए भारतीय ऐप्स को बहाल करने पर सहमत हो गया है और विवादास्पद भुगतान मुद्दे के समाधान पर काम करेगा।
बैठक के बाद निकला समाधान
Google और स्टार्टअप्स ने सोमवार को सरकार के साथ कई दौर की चर्चा की, जिसके बाद टेक दिग्गज हटाए गए ऐप्स को बहाल करने पर सहमत हुए। मंत्री ने कहा कि हमें विश्वास है कि गूगल और स्टार्टअप समुदाय आने वाले महीनों में दीर्घकालिक समाधान तक पहुंचने में सक्षम होंगे।
आपको बता दें कि गूगल के ऐप्स को स्टोर से हटाने के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि गूगल को प्ले स्टोर से ऐप्स को डीलिस्ट करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही यह भी बताया था कि सरकार ने विवाद सुलझाने के लिए गूगल, प्ले स्टोर से हटाए गए ऐप्स को अगले सप्ताह बैठक करेगी।
क्यों हटाए गए थे ऐप्स
Google ने बताया कि भारत की 10 कंपनियों ने प्ले स्टोर से फायदा होने के बाद भी तय किए हुए शुल्क को देने से इंकार कर दिया था , जिसमें कई ऐसी कंपनियां भी शामिल है, जो पूरी तरह स्थापित है और बेहतर काम कर रही है।
इस लिस्ट में लोकप्रिय मैट्रिमोनी ऐप्स Shaadi.Com के साथ-साथ Alt, स्टेज और अहा स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म, ट्रूली मैडली, क्वैक क्वैक डेटिंग ऐप्स, कुकू एफएम ऑडियो कंटेंट प्लेटफॉर्म और FRND सोशल नेटवर्किंग ऐप जैसी कंपनियों के एप्लिकेशन शामिल है।
हालांकि अलोचना के बाद गूगल ने कुछ ऐप्स शनिवार को ही प्ले स्टोर पर बहाल कर दिया था, जिसमें शादी.कॉम इंफो एज की नौकरी 99एकड़ और नौकरी गल्फ जैसे ऐप्स शामिल हैं।