69000 सहायक शिक्षक भर्ती के आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों ने पिछड़ा दलित संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कश्यप एवं प्रदेश संरक्षक भास्कर सिंह के आह्वान पर शिक्षक भर्ती में 19000 सीटो पर हुए आरक्षण घोटाले की वजह से आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों को अभी तक न्याय न मिल पाने के कारण राष्ट्रपति एवं राज्यपाल को इच्छा मृत्यु का पत्र भेजा है।
राष्ट्रपति एवं राज्यपाल को भेजे गए पत्र में आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों ने स्पष्ट तौर पर लिखा है कि इस भर्ती में 19,000 सीटों पर आरक्षण का घोटाला हुआ है तथा इस भर्ती में 19000 ऐसे अभ्यर्थी गलत तरीके से चयनित कर दिए गए जिन्हें इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होना ही नहीं चाहिए था और इस प्रकार इस भर्ती में बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 आरक्षण नियमावली 1994 का उल्लंघन करके ओबीसी वर्ग को 27% की जगह मात्र 3.86% व एससी वर्ग को 21% की जगह मात्र 16.2% ही आरक्षण दिया गया है यह न्याय संगत नहीं है।
पत्र में लिखा गया है कि आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों ने इस भर्ती में 19000 सीटों पर हुए आरक्षण घोटाले के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कई बार जनता दरबार में ज्ञापन देखकर अवगत कराया है भाजपा सरकार में सभी मंत्री एवं नेताओं को भी आरक्षण घोटाले से अवगत कराया है लेकिन आश्वासन देने के सिवाए आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों को अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार न्याय नहीं दे रही।
आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों ने राष्ट्रपति एवं राज्यपाल को भेजे गए पत्र में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि हम आपसे न्याय की गुहार लगा रहे हैं ऐसी स्थिति में आप हमें इस भर्ती में 19000 सीटों पर जो आरक्षण का घोटाला हुआ है वह सभी सीट आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों को वापस मिले इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार को आदेश दीजिए । हमें न्याय दिलवाने में हमारी मदद करें हम आपसे न्याय की गुहार लगा रहे हैं अगर आप ऐसा करने में सक्षम नहीं है तो आप हमें इच्छा मृत्यु प्रदान करने की अनुमति दीजिए क्योंकि हम आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थी इस भर्ती में आरक्षण घोटाले की वजह से बहुत दुखी और परेशान है हमें न्याय नहीं मिल पा रहा अगर आप भी हमें न्याय दिलाने में सक्षम नहीं है तो हमें इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान कर दीजिए।
राष्ट्रपति एवं राज्यपाल को इच्छा मृत्यु का पत्र भेजने वालों में शिव शंकर, शैलेंद्र, अनुपम यादव, प्रवीण कुमार, पंकज कुमार, संजय कुमार, आशीष वर्मा, आर. के.जायसवाल, दीप शिखा, पूजा वर्मा, दीपक, नर्वदेश्वर राजभर, रवि गिरी सहित काफी अभ्यर्थियों ने पत्र भेजा है।