प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात के दो दिवसीय यात्रा पर हैं। पीएम मोदी आज अबूधाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी 14 फरवरी को दुबई में विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं की सभा को संबोधित करेंगे। अपने दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात की थी। अबू धाबी के बाद पीएम मोदी कतर के लिए रवाना होंगे। कतर में, वह महामहिम शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मिल सकते हैं। कतर में पीएम कई अन्य उच्च गणमान्य व्यक्तियों से भी मिल सकते हैं।
वहीं अगर हिंदू मंदिर कि बात करें तो बीएपीएस हिंदू मंदिर करीब 27 एकड़ जमीन पर बनाया गया है और इस मंदिर का निर्माण कार्य 2019 से जारी है। इस मंदिर के लिए जमीन संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने दान की है, जिसका जिक्र पीएम ने अपने यात्रा के पहले दिन अबू धाबी में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए ‘अहलन मोदी’ (हेलो मोदी) कार्यक्रम में किया।
क्या है मंदिर की खासियत?
बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) द्वारा निर्मित यह मंदिर जहां 27 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। वहीं मंदिर के अंदर विभिन्न देवताओं के मंदिर हैं। इस भव्य मंदिर के अंदर सात मंदिर हैं, जिनमें से प्रत्येक भारत के उत्तर, पूर्व, पश्चिम और दक्षिण भागों के विभिन्न देवताओं को समर्पित हैं। इनमें भगवान राम और सीता, भगवान हनुमान, भगवान शिव-पार्वती और गणेश-कार्तिक; भगवान जगन्नाथ, भगवान कृष्ण और राधा, श्री अक्षर पुरुषोत्तम महाराज; भगवान तिरुपति बालाजी और भगवान अयप्पा शामिल हैं।
मंदिर में राजस्थान और गुजरात के कारीगरों ने की कारीगरी
दुबई-अबूधाबी शेख जायेद हाईवे पर अल रहबा के समीप स्थित बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) द्वारा निर्मित यह मंदिर करीब 27 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। मंदिर के अग्रभाग पर बलुआ पत्थर की पृष्ठभूमि पर उत्कृष्ट संगमरमर की नक्काशी है, जिसे राजस्थान और गुजरात के कुशल कारीगरों द्वारा 25,000 से अधिक पत्थर के टुकड़ों से तैयार किया गया है। मंदिर के लिए उत्तरी राजस्थान से अच्छी-खासी संख्या में गुलाबी बलुआ पत्थर अबू धाबी लाया गया है।