टी20 वर्ल्ड कप में भारत के एक्स फैक्टर बनने के लिए तैयार हैं छोटे शहर के सितारे

टी20 वर्ल्ड कप में भारत के एक्स फैक्टर बनने के लिए तैयार हैं छोटे शहर के सितारे

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए यह कहना गलत नहीं होगा कि उनके लिए पिछले दो पुरुष टी20 विश्व कप अभियान मिश्रित परिणाम वाले रहे हैं।

साल 2021 में भारतीय टीम जीत के इरादे के साथ मैदान में उतरी थी, लेकिन पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से मिली हार ने टीम इंडिया के सभी इरादों पर पानी फेर दिया था।

फिर, टीम इंडिया ने अपने बल्लेबाजी दृष्टिकोण में बदलाव किया और अर्शदीप सिंह के रुप में एक गेंदबाज पाया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में 2022 संस्करण भी उनके लिए ज्यादा अच्छा नहीं रहा।

सेमीफाइनल में पहुंचने से पहले उन्होंने पाकिस्तान पर एक विकेट की रोमांचक जीत के साथ शुरुआत की, जबकि इंग्लैंड ने उन्हें दस विकेट से करारी शिकस्त भी दी।

एक व्यस्त क्रिकेट शेड्यूल में प्रतियोगिता में एक टीम की राह का अंत टीमों के लिए नए सिरे से आने वाले युवाओं और हर खेल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के दृष्टिकोण को शामिल करने का एक मौका है।

हालांकि भारत के पास रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी हैं, लेकिन चयन समिति छोटे शहरों से आने वाले युवाओं के प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं कर सकती है। जो संभावित रूप से पुरुष टी20 विश्व कप में भारत के मुख्य आधार बन सकते हैं।

साल 2023 में वनडे विश्व कप की तैयारी के लिए बड़े सितारे टी20 से दूर रहे और उनकी अनुपस्थिति में छोटे शहर के युवा सितारे मैदान में उतरे।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से आने वाले रिंकू सिंह कुछ समय से घरेलू और आईपीएल सर्किट पर थे। लेकिन 2023 में रिंकू गेंद के एक निडर स्ट्राइकर के रूप में उभरे, जो गेम को बहुत अच्छे से खत्म कर सकते हैं। जैसे गुजरात टाइटंस के खिलाफ कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए आखिरी ओवर में पांच छक्के और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में नाबाद पारियां खेलकर उन्होंने खुद को साबित किया है।

इसके अलावा उनकी नाबाद 68 रन की पारी, पहली बार जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गकेबरहा में टी20 अर्धशतक बनाया था। उन्होंने दिखाया कि रिंकू सिर्फ एक फिनिशर होने के बजाय प्रारूप में एक उचित और कुशल बल्लेबाज बनने में सक्षम हैं।

एक अन्य खिलाड़ी जो भारत के टी20 में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हो सकता है। वह लेग स्पिनर रवि बिश्नोई हैं।

राजस्थान के जोधपुर से आने वाले बिश्नोई अब घरेलू सर्किट में गुजरात के लिए खेलते हैं।

बिश्नोई ने ऑस्ट्रेलिया पर 4-1 से सीरीज जीत में नौ विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द सीरीज बने।

लेकिन, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा की वापसी के साथ उन्हें बाहर बैठना पड़ा। उनकी मध्य ओवरों की उपयोगिता और तेज गुगली फेंकने की क्षमता उन्हें अच्छी स्थिति में एक बेहतर ऑप्शन बनाती हैं।

महिला टीम से, जो 2024 टी20 विश्व कप के लिए भी तैयारी कर रही हैं। वो हैं कनिका आहूजा और मिन्नू मणि 2023 में राष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश करने के बाद छोटे शहर की स्टार बनने के लिए तैयार दिख रही हैं।

यूटिलिटी ऑफ स्पिन ऑलराउंडर मिन्नू भारतीय टीम का हिस्सा बनने वाली केरल राज्य की पहली खिलाड़ी हैं। वह वायनाड जिले के मननथावाडी में रहती है और ऑफ-सीजन में ट्रेनिंग के लिए कृष्णागिरी के केसीए स्टेडियम तक पहुंचने के लिए चार बसें बदलती थी।

कुरिचिया जनजाति से संबंध रखने वाली मिन्नू ने दिल्ली कैपिटल्स के साथ डब्ल्यूपीएल अनुबंध हासिल करने से पहले लगातार घरेलू प्रदर्शन किया था और अब वह भारत की टी20 टीम में हैं। उन्होंने मुंबई में इंग्लैंड ‘ए’ के खिलाफ श्रृंखला में ‘ए’ टीम की कप्तानी की।

दूसरी ओर, पंजाब के पटियाला की रहने वाली कनिका अपने बड़े हिटिंग कौशल के लिए जानी जाती हैं। ऐसा कुछ तब देखा गया जब उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की डब्ल्यूपीएल 2023 की पहली जीत में 30 गेंदों में 46 रन बनाए।

इसके बाद उन्होंने भारत ‘ए’ को उभरते हुए महिला एशिया कप में जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभायी और टी20 टीम की सदस्य बनीं। साथ ही तीन मैच खेले, क्योंकि भारत ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था।

छोटे शहरों से युवा प्रतिभाओं के आने से, पुरुष और महिला दोनों टी20 टीमों में भारत के भविष्य की झलक उज्ज्वल है क्योंकि वे टी20 विश्व कप के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

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