जेफ बेजोस ने 10 हजार साल तक चलने वाली घड़ी बनाने के लिए 350 करोड़ का निवेश किया : रिपोर्ट

जेफ बेजोस ने 10 हजार साल तक चलने वाली घड़ी बनाने के लिए 350 करोड़ का निवेश किया : रिपोर्ट

न्यूयॉर्क, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। अरबपति जेफ बेजोस ने एक ऐसी घड़ी बनाने के लिए 350 करोड़ रुपये (42 मिलियन डॉलर) का निवेश किया है, जो 10 हजार साल तक चलेगी और साल में सिर्फ एक बार ही इसकी सुई अपनी जगह से हिलेगी।

फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कंप्यूटर वैज्ञानिक और आविष्कारक डैनी हिलिस द्वारा डिजाइन की गई 500 फीट ऊंची घड़ी, टेक्सास में एक पहाड़ के अंदर स्थित है।

एक सौर सिंक्रोनाइजर, एक पेंडुलम, एक चाइम जनरेटर और गियर तथा डायल्स की एक श्रृंखला के साथ 10 हजार साल पुरानी घड़ी, खुद को बिजली देने के लिए पृथ्वी के थर्मल चक्र का उपयोग करती है।

घड़ी को न्यूनतम रखरखाव की जरूरत के लिए इंजीनियर्ड किया गया है, और यह सूर्य के प्रकाश के साथ-साथ इसे देखने आने वाले लोगों से प्राप्त यांत्रिक ऊर्जा द्वारा संचालित है। यह पूरी तरह से यांत्रिक है जो लंबे समय तक चलने वाली सामग्रियों से बना है, जिसमें टाइटेनियम, सिरेमिक, क्वार्ट्ज, नीलमणि और 316 स्टेनलेस स्टील शामिल हैं।

यह पूरी तरह से यांत्रिक है, जो लंबे समय तक चलने वाली सामग्रियों से बना है, जिसमें टाइटेनियम, सिरेमिक, क्वार्ट्ज, नीलमणि और 316 स्टेनलेस स्टील शामिल हैं।

यह खगोलीय और कैलेंड्रिक डिस्प्ले और एक चाइम जनरेटर के साथ समय को चिह्नित करेगा जो अगले 10 हजार वर्षों तक घड़ी पर जाने वाले प्रत्येक दिन के लिए 35 लाख से अधिक अद्वितीय घंटी चाइम अनुक्रम उत्पन्न कर सकता है।

रिपोर्ट के अनुसार, घड़ी में पांच रूम-साइज के वर्षगांठ चैम्बर्स भी हैं, जिनमें से प्रत्येक पहली, 10वीं, 100वीं, 1,000वीं और 10,000वीं वर्षगांठ के लिए एक है। ये चैम्बर्स समय से संबंधित कलाकृतियों और मानवता के भविष्य के बारे में संदेशों के लिए सीलबंद स्थान हैं।

पहले कक्ष (चैम्बर्स) में सौर मंडल का एक मॉडल होगा और अन्य को भावी पीढ़ियों के लिए छोड़ दिया जाएगा। घड़ी पर काम जारी है, और पूरा होने की कोई तारीख निर्धारित नहीं की गई है। यह वर्तमान में लॉन्ग नाउ फाउंडेशन द्वारा बनाया जा रहा है और इसे “द क्लॉक ऑफ़ द लॉन्ग नाउ” कहा जाता है।

फाउंडेशन ने कहा कि ‘स्मारक पैमाने की यांत्रिक घड़ी’ को अगले 10 सहस्राब्दियों (हज़ार वर्षों का समय) तक सटीक समय रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है, लेकिन ऊर्जा बचाने के लिए, यह अपने डिस्प्ले डायल को तब तक अपडेट नहीं करेगा, जब तक कोई विजिटर जरूरी बिजली प्रदान करने के लिए मौजूद न हो।

फाउंडेशन की वेबसाइट के अनुसार, “द क्लॉक को देखने के लिए आपको किसी भी तीर्थयात्रा की तरह भोर में शुरुआत करनी होगी। इसके आंतरिक गियर तक पहुंचने के लिए एक दिन की पैदल यात्रा की जरूरत होगी।”

रिपोर्ट में कहा गया है कि घड़ी (क्लॉक) को फ्री में देखा जा सकेगा, लेकिन घड़ी की अखंडता और रहस्य को बनाए रखने के लिए विजिटर्स की संख्या सीमित होगी।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

E-Magazine