नई दिल्ली, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दो नए डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें एक तथाकथित निवेश प्लेटफॉर्म “क्वांटम एआई” को बढ़ावा देते हुए वह दावा कर रहे हैं कि इस नई तकनीक के यूजर पहले कार्य दिवस पर तीन हजार डॉलर (लगभग 2.5 लाख रुपये) कमा सकेंगे।
एक वीडियो में मूर्ति का एक रूपांतरित संस्करण दिखाया गया है जिसमें दावा किया गया है कि वह तकनीकी अरबपति एलन मस्क के साथ “क्वांटम एआई” परियोजना पर काम कर रहे हैं।
मॉर्फ्ड आवाज में कहा गया, “आज मैं एलन मस्क के साथ मिलकर अपना नया प्रोजेक्ट पेश करना चाहता हूं। क्वांटम एआई मेरी टीम और एलन की टीम द्वारा 94 प्रतिशत सफलता दर के साथ विकसित दुनिया का पहला क्वांटम कंप्यूटिंग सॉफ्टवेयर है।”
डीपफेक वीडियो फेसबुक पर शेयर किया गया था, जिसे अब डिलीट कर दिया गया है।
क्लिप में, मूर्ति के होठों की हरकत स्पष्ट रूप से ऑडियो के साथ मेल नहीं खाती दिख रही है – जो डीपफेक वीडियो के सबसे मजबूत संकेतकों में से एक है।
मूल वीडियो 7 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित मनीकंट्रोल स्टार्टअप कॉन्क्लेव में बोलते हुए मूर्ति का है।
इससे पहले 8 नवंबर को “क्वांटम एआई” के बारे में बोलते हुए मूर्ति की रूपांतरित आवाज वाला एक दूसरा डीपफेक वीडियो फेसबुक पर साझा किया गया था।
फिर, मूर्ति का अंग्रेजी लहजा डीपफेक वीडियो से अलग है।
यह वीडियो 24 जून, 2022 को बिजनेस टुडे द्वारा आयोजित “माइंडरश” कार्यक्रम में मूर्ति के भाषण का एक रूपांतरित संस्करण है।
इस बीच, ज़ेरोधा के सह-संस्थापक और सीईओ नितिन कामथ ने अपना खुद का डीपफेक दिखाते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है, जो यूजरों को यह विश्वास दिलाने के लिए पर्याप्त था कि यह कामथ ही हैं।
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से बढ़ते खतरे को उजागर करना है।
वीडियो में, कामथ का डीपफेक ग्राहक पहचान को सत्यापित करने में कठिनाई के बारे में बात करता है।
–आईएएनएस
एकेजे