बाहर होने और आश्चर्यजनक परिणाम के बीच ताकतवर और कमजोर एक संख्या में

बाहर होने और आश्चर्यजनक परिणाम के बीच ताकतवर और कमजोर एक संख्या में

नई दिल्ली, 18 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में खेला जा रहा वनडे वर्ल्ड कप-2023 अपने अंतिम पड़ाव पर है। रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। वहीं, बड़ी उम्मीदों और आकांक्षाओं के साथ भारत आई कई क्रिकेट टीमों के लिए टूर्नामेंट में सफर अच्छा नहीं रहा जिसमें सबसे बड़ा नाम गत चैंपियन इंग्लैंड का था, जो नॉकआउट चरण में भी जगह नहीं बना पाई।

वर्ल्ड कप 2023 का चैंपियन कौन होगा, इस सवाल का जवाब एक दिन बाद मिल जाएगा। अब जब टूर्नामेंट अपने अंतिम चरण में आगे बढ़ रहा है, तो आइए उन टीमों के प्रदर्शन पर करीब से नज़र डालें जो इस बार ट्रॉफी पर कब्जा जमाने से चूक गए।

पाकिस्तान

विश्व कप में पाकिस्तान को कई झटके लगे। न तो टीम की गेंदबाजी में धार नजर आई और ना ही उनके बल्लेबाजों ने दमखम दिखाया। वहीं, बाबर आजम की न तो कप्तानी चली और ना ही बल्ला।

हालांकि, टूर्नामेंट में वापसी करते हुए पाकिस्तान सेमीफाइनल के करीब तो आई लेकिन अंतिम दिनों में हार के साथ सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गई।

1992 के चैंपियन ने नीदरलैंड और श्रीलंका पर दो शानदार जीत के साथ टूर्नामेंट की शुरुआत की। लेकिन फिर लगातार चार हार ने पाकिस्तान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अंतिम समीकरण में पाकिस्तान ऐसी स्थिति में पहुंच गई जहां उन्हें सेमीफाइनल में जगह पक्की करने के लिए ईडन गार्डन्स में इंग्लैंड के खिलाफ एक बड़ी जीत हासिल करने की जरूरत थी। हालांकि, वो समीकरण बेहद पेचीदा था और इस मुकाबले में भी पाकिस्तान को हार मिली।

पाकिस्तान को सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए असंभव परिदृश्यों का सामना करना पड़ा। जहां उन्हें पहले बल्लेबाजी करते हुए लगभग 287 रनों से जीत हासिल करनी थी या पीछा करते समय 284 गेंद शेष रहते जीत हासिल करनी थी। दोनों कार्य टीम के लिए चुनौतीपूर्ण और लगभग नामुमकिन थे ।

पाकिस्तान के सेमीफ़ाइनल से बाहर होने का मतलब है कि उन्होंने 1999 में ऑस्ट्रेलिया से फ़ाइनल हारने के बाद से केवल एक विश्व कप सेमीफ़ाइनल 2011 में खेला है।

उनका हाल ही में सेमीफाइनल से बाहर होना पिछले कुछ दशकों में टूर्नामेंट के इस चरण में उनकी सीमित उपस्थिति को दर्शाता है।

अफगानिस्तान

इस साल के विश्व कप में अफगानिस्तान का अभियान यादगार रहा, क्योंकि उन्होंने इस विश्व कप के पहले बड़े उलटफेर में इंग्लैंड पर 69 रनों की शानदार जीत दर्ज की।

अफगानिस्तान ने क्रिकेट विश्व कप में 14 मैचों की हार का सिलसिला खत्म कर दिया। 2019 के आयोजन में जीत न पाने के बाद, उन्होंने गत चैंपियन को हराने के लिए कौशल और चतुराई के मिश्रण का उपयोग करके इंग्लैंड के खिलाफ स्थिति बदल दी।

अफगानिस्तान ने अपने अभियान की शुरुआत बांग्लादेश के हाथों हार के साथ की और उसके बाद मेजबान भारत के खिलाफ भी उनकी हार हुई। फिर, उन्होंने मौजूदा चैंपियन इंग्लैंड को हराकर बड़ा उलटफेर किया था।

अपने चौथे लीग मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद अफगानिस्तान ने पाकिस्तान, श्रीलंका और नीदरलैंड के खिलाफ लगातार तीन जीत दर्ज की, जिसने उनके अभियान में जान फूंक दी।

इसके बाद, अफगानिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए अपने बाकी दोनों लीग मैच जीतने थे। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने एक जीता हुआ मैच मैक्सवेल की शानदार पारी के कारण 3 विकेट से गंवा दिया।

इस हार के साथ ही उनका यादगार अभियान मुश्किल में आ गया और अपने अंतिम लीग मैच में भी उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।

इंगलैंड

गच चैंपियन इंग्लैंड अपने खिताब की रक्षा नहीं कर पाया। वर्ल्ड कप 2023 के पहले ही मैच में उन्हें 2019 के फाइनलिस्ट न्यूजीलैंड से हार मिली। हालांकि, उन्होंने बांग्लादेश पर 137 रन की जीत के साथ वापसी की।

मगर, इसके बाद जो हुआ वह काफी हैरान करने वाला था। एक जीत और एक हार के बाद इंग्लैंड ने लगातार पांच मैच गंवाए। यह पहला मौका था जब इंग्लिश टीम का विश्व कप में इतना बुरा हाल था क्योंकि इससे पहले उन्होंने 1996, 2007 और 2015 विश्व कप में लगातार केवल चार मैच हारे थे।

यहां तक कि कप्तान बटलर ने भी स्वीकार किया कि यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि उनकी टीम का प्रदर्शन कितना खराब रहा है।

बटलर ने श्रीलंका के खिलाफ 8 विकेट से मिली हार के बाद कहा, “मैं इसके बाद ड्रेसिंग रूम में वापस जाऊंगा और वहां बैठे खिलाड़ियों को देखूंगा और सोचूंगा कि कमरे में मौजूद प्रतिभा और कौशल के साथ हमने खुद को इस स्थिति में कैसे पाया है।”

इंग्लैंड के गेंदबाज अपनी पहली तीन हार में कमजोर कड़ी थे। इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ बल्लेबाजी में गिरावट को चौथी हार के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।

जिस टीम का उन्होंने चयन किया उसने उस दृष्टिकोण का समर्थन किया। लेकिन इंग्लैंड अपनी बातों पर कायम नहीं रहा और टूर्नामेंट की शुरुआत से ही दृष्टिकोण स्थिर नहीं दिख रहा था, जिससे उनका अभियान सातवें स्थान पर समाप्त हो गया।

इंग्लैंड के लिए एकमात्र अच्छी बात यह है कि अपने खराब प्रदर्शन के बावजूद जोस बटलर की अगुवाई वाली टीम 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी योग्यता सुरक्षित करने में कामयाब रही।

श्रीलंका

बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में टूर्नामेंट के आखिरी लीग मैच में न्यूजीलैंड से पांच विकेट से मिली हार के बाद श्रीलंका का अभियान टूर्नामेंट में समाप्त हुआ।

श्रीलंका ने जो नौ मैच खेले उनमें से उसने नीदरलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ केवल दो मैच जीत जबकि बाकी सात मैच में उन्हें हार मिली। अंक तालिका में श्रीलंका चार अंकों और (-1.419) के नेट रन रेट के साथ नौवें स्थान पर रही। साथ ही 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ये टीम अपनी जगह पक्की नहीं कर पाई।

1996 के चैंपियन का 2023 विश्व कप अभियान चोट से ग्रस्त था क्योंकि उसके तीन खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के बीच में ही बाहर होना पड़ा जिसमें कप्तान दासुन शनाका भी शामिल थे। इतना ही नहीं शीर्ष तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना और लाहिरू कुमारा भी चोटों के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए।

बांग्लादेश

बांग्लादेश को एक और निराशाजनक विश्व कप अभियान का सामना करना पड़ा। नौ मैचों में सात हार और दो जीत के साथ वो सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होने वाली पहली टीम रही।

बांग्लादेश ने अफगानिस्तान को 6 विकेट से हराकर अपने अभियान की विजयी शुरुआत की, लेकिन उनके प्रदर्शन में गिरावट आई और उन्हें लगातार छह मैचों में हार का सामना करना पड़ा।

शाकिब अल हसन की अगुवाई वाली टीम ने अपने अंतिम लीग मैच में श्रीलंका पर 3 विकेट की जीत के साथ अपनी हार का सिलसिला समाप्त कर दिया, लेकिन सेमीफाइनल के लिए अपनी संभावनाओं को पुनर्जीवित करने के लिए बहुत देर हो चुकी थी।

श्रीलंका और पाकिस्तान की तरह बांग्लादेश का अभियान भी पांच बार के विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकतरफा हार के साथ समाप्त हुआ।

नीदरलैंड

नीदरलैंड ने क्वालीफायर में वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे जैसी मजबूत टीमों को हराकर उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए वैश्विक मंच पर प्रभाव डाला।

इसी तरह की पटकथा का पालन करते हुए उन्होंने दक्षिण अफ्रीका पर 38 रन की जीत के साथ विश्व कप 2023 के इतिहास में सबसे बड़े उलटफेर का नजारा क्रिकेट फैंस को दिखाया।

फिर, इस टीम ने बांग्लादेश को हराकर टूर्नामेंट में अपनी दूसरी जीत दर्ज की। हालांकि, वे नौ मैचों में केवल दो जीत के साथ अंक तालिका में अंतिम स्थान पर रहे। लेकिन उनके प्रदर्शन ने फैंस का ध्यान और समर्थन प्राप्त किया है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

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