मुंबई, 10 नवंबर (आईएएनएस)। ‘जॉली एलएलबी’, ‘मुन्ना भाई’ फ्रेंचाइजी, ‘सहर’, ‘गोलमाल’ फ्रेंचाइजी और अन्य फिल्मों के लिए मशहूर बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी डांस रियलिटी शो ‘झलक दिखला जा 11’ में जज की कुर्सी पर बैठ गए हैं।
अभिनेता ने अब शो में जज के रूप में काम करने के पीछे का कारण साझा किया है।
अरशद ने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत एक सेल्समैन के रूप में की और बाद में कुछ अन्य नौकरियां कीं। नृत्य में गहरी रुचि होने के कारण, अभिनेता के लिए जीवन में अन्य योजनाएं थी, मुंबई में अकबर सामी के डांस ग्रुप में शामिल होने से लेकर भरत दाभोलकर, अलीक पदमसी और फिरोज खान के नाटकों में नृत्य और कोरियोग्राफी तक, यह सब एक अभिव्यक्ति की तरह लग रहा था।
1991 में उन्होंने भारतीय नृत्य प्रतियोगिता जीती, इसके बाद 1992 में 21 साल की उम्र में वर्ल्ड डांस चैंपियनशिप, लंदन में मॉडर्न जैज श्रेणी में चौथा पुरस्कार मिला।
इसके बाद अभिनेता ने अपना स्वयं का डांस स्टूडियो शुरू किया और एक डांस टीम भी बनाई, जहां उनकी मुलाकात अपनी पत्नी मारिया गोरेटी से हुई।
1993 में उन्हें ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ के टाइटल ट्रैक को कोरियोग्राफ करने का मौका मिला। इस दौरान उन्हें अभिनेत्री जया बच्चन ने ‘तेरे मेरे सपने’ के लिए एक भूमिका की पेशकश की, जो बॉलीवुड में उनकी पहली फिल्म थी।
‘झलक दिखला जा 11’ के जज पैनल में उनका होना अभिनेता के लिए एक पूर्ण चक्र है।
उसी के बारे में बात करते हुए अरशद ने कहा, “यह सब बिल्कुल अवास्तविक लगता है। जब मैं फ्लैशबैक में जाता हूं, तो ऐसा लगता है जैसे यह सब होना ही था।
डांस के लिए मेरे मन में हमेशा एक विशेष स्थान था और जीवन ने मुझे इससे जुड़ने का मौका दिया।
अब मैं उस सीट पर हूं, जहां मैं सेलेब्स को उनके डांस के आधार पर जज करूंगा। यह एक तरह से अविश्वसनीय है लेकिन एक बेहतरीन एहसास भी है।”
अरशद ज्यादातर समय गोवा में रहते हैं, केवल शो की शूटिंग के लिए मुंबई आते हैं।
–आईएएनएस
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