लेंस में चैट जीपीटी का उपयोग करने के लिए स्नैप ने ओपनएआई के साथ की साझेदारी

लेंस में चैट जीपीटी का उपयोग करने के लिए स्नैप ने ओपनएआई के साथ की साझेदारी

सैन फ्रांसिस्को, 10 नवंबर (आईएएनएस)। स्नैपचैट की मूल कंपनी स्नैप ने डेवलपर्स के लिए अपने लेंस में चैटजीपीटी का उपयोग करने के लिए ओपनएआई के साथ साझेदारी की है, ताकि एक नया चैटजीपीटी रिमोट एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) पेश किया जा सके।

स्नैप ने गुरुवार को एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, “हमने एक नया चैटजीपीटी रिमोट एपीआई पेश करने के लिए ओपनएआई के साथ मिलकर काम किया है।

अब, कोई भी लेंस डेवलपर अपने लेंस में चैटजीपीटी का लाभ उठा सकता है, जिससे स्नैपचैटर्स के लिए नए तरीकों को सीखने, बातचीत और क्रिएटिव एक्सपीरियंस को अनलॉक किया जा सकता है।”

उदाहरण के लिए, डेवलपर्स ऐसे लेंस डिजाइन कर सकते हैं, जिनमें चैटजीपीटी के इंफिनिट क्विज और रैंडमाइजर शामिल हों। वैकल्पिक रूप से, वे नए लेंस डिजाइन कर सकते हैं जो यूजर्स के इनपुट के आधार पर फिल्टर और डायरेक्टर मोड को ऑटोमैटिक रूप से लागू करके कैमरा स्टाइल को बदलते हैं।

स्नैप ने पहले ओपनएआई का उपयोग किया है। इसका ‘माय एआई चैटबॉट’ कंपनी की जीपीटी टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित है।

कंपनी के अनुसार, लेंस स्टूडियो 5.0 बीटा में एक और नया एआई फीचर एक 3डी फेस मास्क जनरेटर है, जो किसी को भी कुछ ही सेकंड के भीतर अपना पहला संभावित वायरल सेल्फ-एक्सप्रेशन लेंस बनाने की अनुमति देता है।

3डी फेस मास्क जेनरेटर जेनरेटिव एआई और स्नैप की फेस मेश क्षमताओं को जोड़ता है। लेंस स्टूडियो 5.0 बीटा बेहतर प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के लिए गिट जैसे वर्जन कंट्रोल टूल को भी सपोर्ट करता है। इससे एक ही समय में कई डेवलपर्स प्रोजेक्ट पर काम कर सकेंगे।

इसके अलावा, कंपनी ने कहा कि स्नैप के एआर प्लेटफॉर्म पर अब 3,30,000 डेवलपर्स काम कर रहे हैं, जिन्होंने लगभग 3.5 मिलियन लेंस बनाए हैं, जिन्हें पिछले साल स्नैपचैटर्स ने 3 ट्रिलियन से अधिक बार देखा है।

पिछले साल, स्नैप ने डिजिटल सामान के साथ लेंस पेश किए थे ताकि डेवलपर्स सीधे अपने लेंस में बिजनेस मॉडल बना सकें। कंपनी अब किसी भी डेवलपर के लिए डिजिटल सामान उपलब्ध करा रही है ताकि वे लेंस के भीतर एक्सक्लूसिव एआर फीचर प्रदान कर सकें जिन्हें स्नैपचैटर्स फीस देकर अनलॉक कर सकें।

लेंस एक्सप्लोरर का एक नया सेक्सन डिजिटल सामान वाले लेंस को बढ़ावा देगा ताकि स्नैपचैटर्स के लिए उन्हें ढूंढना और आजमाना आसान हो।

–आईएएनएस

पीके/एबीएम

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