देहरादून रैगिंग मामला : दून बिजनेस स्कूल में तोड़फोड़ व मारपीट की घटना पर पुलिस ने लिया संज्ञान, उपद्रवी छात्रों पर मुकदमा

देहरादून रैगिंग मामला : दून बिजनेस स्कूल में तोड़फोड़ व मारपीट की घटना पर पुलिस ने लिया संज्ञान, उपद्रवी छात्रों पर मुकदमा

देहरादून, 21 सितंबर (आईएएनएस)। सेलाकुई स्थित दून बिजनेस स्कूल में छात्रों द्वारा तोड़फोड़ व मारपीट की घटना का संज्ञान लेकर पुलिस ने उपद्रवी छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।

गौरतलब है कि 19 सितंबर को रैंगिंग के मामले के बाद रात्रि मे तोड़फोड़ की घटना प्रकाश में आई, जिसमें पुलिस तत्काल मौके पर पहुची थी। मौके पर 150 से 200 की संख्या में छात्रो द्वारा कॉलेज परिसर में एकत्रित होकर तोड़फोड़ की जा रही थी। पुलिस द्वारा समझाने का प्रयास भी किया गया, लेकिन उनके द्वारा तोडफोड जारी रखते हुए मौके पर मौजूद गाड़ियों व अन्य संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया तथा पुलिस पर भी हमले का प्रयास किया गया। मौके पर अन्य थानो से पुलिस बल को बुलाते हुए शांति व्यवस्था कायम की गई।

घटना के संबंध में कॉलेज प्रशासन द्वारा बताया गया कि कुछ दिन पूर्व कॉलेज में बीबीए द्वितीय वर्ष व तृतीय वर्ष के छात्रों के बीच आपस में झगड़ा हो गया था। घटना में कॉलेज प्रशासन द्वारा कुछ छात्रों को अस्थायी रूप से निलम्बित भी किया गया था तथा संपूर्ण प्रकरण की जांच के लिए एक इंटरनल कमेटी गठित की गयी थी, जिसके द्वारा छात्रों के बीच हुए झगड़े तथा रैंगिग की घटना की जांच की जा रही थी। इस पर 19 सितंबर को सोशल मीडिया पर घटना के संबंध में एक वीडियो वायरल होने पर छात्र उत्तेजित हो गए और उनके द्वारा तोड़-फोड़ व बलवे की घटना की गई।

कॉलेज परिसर में हुई घटना के संबंध में थानाध्यक्ष सेलाकुई की तरफ से 150 से 200 अज्ञात छात्रो के विरुद्ध बलवा, सरकारी कार्य में बाधा व पुलिस टीम पर हमला करने के सम्बन्ध में थाना सेलाकुई मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही दून स्कूल के प्रशासकों द्वारा पूर्व में छात्रों के मध्य हुए विवाद के संबंध में किन कारणों से पुलिस को अवगत नहीं कराया गया, उन कारणों तथा कॉलेज प्रशासन की भूमिका को भी विवेचना में शामिल किया जाएगा।

एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि जल्द ही सभी संस्थानों के प्रशासको के साथ बैठक कर उन्हें अपने अपने संस्थानो में अनुशासन बनाए रखने तथा किसी भी विवाद की सूचना तत्काल पुलिस को देने के लिए सख्त हिदायत दी जाएगी। साथ ही संस्थान में इस प्रकार की घटनाएं घटित होने पर उनकी जवाबदेही भी तय की जाएगी।

–आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

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