श्रीलंका से हारने के बाद अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने मैच रेफरी की आलोचना की

श्रीलंका से हारने के बाद अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने मैच रेफरी की आलोचना की

लाहौर, 6 सितंबर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट ने बुधवार को श्रीलंका के खिलाफ अपनी टीम की हार के बाद मैच रेफरी पर गुस्सा निकाला।

भूल या लापरवाही? अब इसका जवाब तो शायद ही किसी के पास होगा लेकिन अफगानिस्तान बेहद पास आकर सुपर-4 से चूक गई। श्रीलंका के खिलाफ बुधवार को रोमांचक मैच में महज 3 रन से मिली हार के बाद अफगानिस्तान के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट ने अपना गुस्सा मैच रेफरी पर निकाला है। उन्होंने कहा, “हमें क्वालिफिकेशन के पूरे समीकरण पता नहीं थे।”

एशिया कप के आखिरी ग्रुप मैच में अफगानिस्तान को सुपर 4 चरण में पहुंचने के लिए श्रीलंका द्वारा दिए गए लक्ष्य को 37.1 ओवर में हासिल करना था।

श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी की और बोर्ड पर 292 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा। इस टारगेट का पीछा करते हुए अफगानिस्तान ने पूरी जान लगाकर बल्लेबाजी की और ऑलराउंडर मोहम्मद नबी ने महज 24 गेंदों में अफगानिस्तान के लिए सबसे तेज वनडे अर्धशतक बनाया।

हालांकि, अफगानिस्तान ने 37वें ओवर के बाद 289/8 पर पहुंच चुकी थी। उसे 1 गेंद पर 3 रन चाहिए थे लेकिन इस गेंद पर मुजीब उर रहमान आउट हो गए।

जिसके बाद नॉन-स्ट्राइकर राशिद खान अपने घुटनों के बल बैठ गए और काफी निराश दिखे, शायद ये सोचकर उनकी टीम सुपर-4 की रेस से बाहर हो गई। मगर, इसके बाद भी अफगानिस्तान के पास मौका था क्योंकि यहां समीकरण बदल चुका था।

अफगानिस्तान की टीम नेट रन के मामले में श्रीलंका से आगे निकल सकती थी। अगर वो 37.2 ओवर के बाद 293, 37.3 ओवर के बाद 294, 37.5 ओवर के बाद 295, 38 ओवर में 296 और 38.1 ओवर में 297 रन बना लेती।

ट्रॉट ने बताया कि उन्हें इन स्थिति के बारे में किसी भी मैच अधिकारी द्वारा सूचित नहीं किया गया था।

उन्होंने मैच के बाद कहा, “हमें उन समीकरण के बारे में कभी नहीं बताया गया। हमें बस इतना बताया गया था कि हमें 37.1 ओवर में जीतना है। हमें यह नहीं बताया गया था कि वे कौन से ओवर हैं जिनमें हम जीतकर रन रेट में बढ़त हासिल कर सकते हैं।

कोच ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हमारे गेम हारने का कोई एक कारण है। खेल के कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां हम बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे और यही इस मैच पर लागू होता है। हमने कुछ क्षेत्रों में कुछ चीजें बेहद गलत की और इसकी हमें कीमत चुकानी पड़ी।”

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

E-Magazine