माफिया नहीं, गरीबों के प्रति है सरकार की संवेदना : मुख्यमंत्री योगी

माफिया नहीं, गरीबों के प्रति है सरकार की संवेदना : मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ, 4 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा साफ है। हमारी मंशा व संवेदनाएं गरीब, निराश्रित, वंचित, दलित और अति पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ है। पिछली सरकारों से विपरीत, हमारी संवेदानाएं माफिया और किसी अपराधी के साथ नहीं हो सकती है क्योंकि वह सुरक्षा, सुशासन और विकास के मार्ग के बैरियर हैं। सरकार की कार्यप्रणाली स्पष्ट है, वह इन बैरियर्स को हटाती है। मगर, गरीबों को अपनी संवेदना का पात्र बनाती है।

मुख्यमंत्री योगी सोमवार को लखनऊ स्थित लोकभवन सभागार में अल्पसंख्यक तथा प्राविधिक शिक्षा विभाग के लिए कनिष्ठ सहायक व कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर कुल 240 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए संबोधित कर रहे थे।

इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ स्पष्ट कर दिया कि माफिया व अपराध तंत्र पर नकेल कसने, भ्रष्टाचार मुक्त सुरक्षित व निष्पक्ष समाज की स्थापना पर प्रदेश सरकार का फोकस है, जिससे गरीबों को बिना किसी भेदभाव के उनका हक और सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।

मिशन रोजगार के अंतर्गत मानव संपदा पोर्टल से अल्पसंख्यक व प्रावधिक शिक्षा में 240 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करते सीएम योगी के प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अभियर्थियों व उनके परिजनों को शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को मिशन रोजगार के जरिए शासकीय सेवाओं के अतंर्गत निष्पक्ष व मानव हस्तक्षेप रहित प्रक्रिया अपनाकर नियुक्ति दी जा रही है। पिछले 6 वर्षों में मोदी जी के विजन के अंतर्गत प्रदेश ने नई ऊंचाइयों को प्राप्त किया है। जजेस की नियुक्ति को लेकर 6 महीने में हमने कर दिखाया।

60 जनपदों से अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। अब एक क्षेत्र नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों को मंच मिल रहा है। प्रदेश सरकार की हर प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ रही है। कौन कहां नियुक्त होकर जाएगा, यह न किसी मंत्री और न ही किसी सचिव को पता होता है।

सीएम योगी ने कहा कि कंप्यूटर सहायतकों की भी एक बड़ी भूमिका होती है। आज लोगों की धारणाएं उत्तर प्रदेश के लिए बदली हैं। फाइलें अब लटकती नहीं हैं। आज प्रदेश ने सुरक्षा और ईज ऑफ लिविंग व ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लक्ष्यों को प्राप्त किया है। केंद्र की परियोजनाओं को हमने धरातल पर उतारा है।

अब तीन दिन में फाइल फाइनल होनी चाहिए। अपने सीनियर्स से कंसल्ट करें, पेंडेसी नहीं करें क्योंकि पेंडेंसी भ्रष्टाचार से जोड़ता है। आज जब भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया गया तब आप जैसे प्रतिभाशाली लोगों को स्थान मिल पाया है। अन्यथा 2017 के पहले यह सपना था।

इससे पहले एक नियुक्ति के पीछे उच्च पदस्त नियुक्ति में लग जाते थे। ऐसे लोग नियुक्त हो जाते थे जिन्हें कंप्यूटर के बारे में कुछ पता नहीं था, अकाउंटेंसी नहीं आती थी तो फाइल कैसे बढ़ती।

सीएम ने कहा कि अब जब कोई आपसे पूछेगा कि आपकी नियुक्ति कब हुई तो आप कहेंगे कि 2023 में जब देश आजादी के अमृतकाल में प्रवेश किया था। आपके सामने अब 25 वर्षों की कार्य योजना होनी चाहिए।

सीएम योगी ने सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में कहा कि सरकार की निगाह एक है, कोई भेद नहीं है और वह है सबका साथ और सबका विकास। आप भी उसी विजन का हिस्सा बन रहे हैं।

आपने कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट पास किया होगा, तब 37 लाख लोगों ने परीक्षा दी थी। इसमें से गुजरकर आपने स्थान बनाया है जो हर्ष और बधाई का पात्र है। आप में से कोई नहीं कह सकता कि मेरा चयन किसी फेवर के आधार पर हुआ है। इसमें रिटायर्ड आर्मी सर्विसमैन से लेकर अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़े व निराश्रितों समेत सभी को लाभ मिला है।

–आईएएनएस

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