ईएमएस लिमिटेड ने अपने आईपीओ के लिए 200-211 रुपये का प्राइस बैंड तय किया

ईएमएस लिमिटेड ने अपने आईपीओ के लिए 200-211 रुपये का प्राइस बैंड तय किया

नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)। जल और सीवरेज इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी ईएमएस लिमिटेड ने सोमवार को अपने आगामी आईपीओ के लिए 200-211 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के मूल्य बैंड की घोषणा की।

प्रमोटर, रामवीर सिंह द्वारा ऑफर फॉर सेल के तहत 82,94,118 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्‍ताव है। इसके अलावा नये इक्विटी शेयर जारी कर 146.24 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आईपीओ शुक्रवार को खुलने वाला है।

कंपनी का इश्यू एंकर हिस्से के लिए गुरुवार, 7 सितंबर 2023 को खुलेगा और मंगलवार, 12 सितंबर 2023 को जनता के लिए बंद हो जाएगा। ऊपरी मूल्य बैंड पर, कंपनी का आईपीओ आकार 320-321 करोड़ रुपये होगा।

ताजा निर्गम से प्राप्त आय दैनंदिन गतिविधियों के लिए पूंजी आवश्यकताओं और अन्य सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करेगी। खंबाटा सिक्योरिटीज लिमिटेड इस इश्यू का एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड इश्यू का रजिस्ट्रार है।

कंपनी ने पहले ही 211 रुपये के निर्गम मूल्य पर 33.76 करोड़ रुपये के 16,00,000 इक्विटी शेयरों का प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पूरा कर लिया है। तदनुसार, ताजा इश्यू का आकार घटाकर 146.24 करोड़ रुपये कर दिया गया और प्रमोटर रामवीर सिंह द्वारा 82.94 लाख शेयरों की बिक्री की पेशकश की गई है। फिलहाल सिंह के पास कंपनी की 97.81 फीसदी हिस्सेदारी है।

ईएमएस की स्‍थापना 21 दिसंबर 2010 को की गई थी। यह सरकारी अधिकारियों और स्थानीय निकायों के लिए सीवरेज समाधान, जल आपूर्ति प्रणालियों और अपशिष्ट जल योजनाओं में ईपीसी और ओएंडएम से लेकर विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है।

कंपनी का मुख्‍यालय गाजियाबाद में है। यह पानी और सीवरेज इन्फ्रा समाधान प्रदान करती है, जिसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड और राजस्थान राज्यों में सीवरेज नेटवर्क बिछाने से लेकर सीवरेज और जल उपचार संयंत्र बनाने तक शामिल है।

लगभग 20 प्रतिशत के शुद्ध मार्जिन के साथ, कंपनी को केवल उच्च-मार्जिन वाली एकीकृत परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है। कंपनी अपने द्वारा निष्पादित परियोजनाओं के लिए संचालन और रखरखाव का कार्य भी करती है।

ईएमएस लिमिटेड की 100 प्रतिशत परियोजनाएं विश्व बैंक के माध्यम से वित्त पोषित सरकारी या अर्ध-सरकारी एजेंसियों द्वारा जारी निविदाओं से संबंधित हैं। कंपनी ने पिछले 13 वर्षों में 67 परियोजनाएं निष्पादित की हैं और इसका ऑर्डर बुक 1,745 करोड़ रुपये है, जिसमें डब्ल्यूडब्ल्यूटीपी, डब्ल्यूएसएसपी, ईपीएस और एचएएम सेगमेंट में 18 चल रही परियोजनाएं शामिल हैं। इसकी अधिकांश परियोजनाएँ बिहार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में क्रियान्वित की गई हैं।

परिचालन से कंपनी का कुल राजस्व वित्त वर्ष 2022-23 में 538.16 करोड़ रुपये, वित्‍त वर्ष 2021-22 के लिए 359.85 करोड़ रुपये, वित्‍त वर्ष 2022-23 के लिए कर पूर्व लाभ 149.01 करोड़ रुपये (वित्‍त वर्ष 2021-22 में 112.51 करोड़ रुपये) और शुद्ध लाभ 108.62 करोड़ रुपये (वित्‍त वर्ष 2021-22 में 79.04 करोड़ रुपये) रहा था।

–आईएएनएस

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