रांची स्टेडियम में नहीं लगेगी बीसीसीआई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी की प्रतिमा !

रांची स्टेडियम में नहीं लगेगी बीसीसीआई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी की प्रतिमा !

रांची, 17 अगस्त (आईएएनएस)। रांची के जेएससीए इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में बीसीसीआई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष और आईपीएस अमिताभ चौधरी की प्रतिमा लगाने के प्रस्ताव पर उनके पुत्र अभिषेक ने कड़ा विरोध जताया है।

अमिताभ चौधरी का पिछले साल 16 अगस्त को निधन हो गया था। इस स्टेडियम के निर्माण में उनकी सबसे बड़ी भूमिका रही थी।

झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) की ओर से उनकी पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव लाया जा रहा था।

इसकी जानकारी मिलते ही उनके पुत्र अभिषेक ने इसे अपने दिवंगत पिता के उसूलों के खिलाफ बताते हुए जेएससीए को लीगल नोटिस भेज दिया।

इतना ही नहीं, अभिषेक की आपत्ति के कारण उनकी पुण्यतिथि पर जेएससीए में हवन और धार्मिक अनुष्ठान पर प्रशासन ने रोक लगा दी।

माना जा रहा है कि अभिषेक और परिजनों के विरोध के बाद अब स्टेडियम में दिवंगत अमिताभ चौधरी की प्रतिमा नहीं लगेगी।

अभिषेक ने कहा है कि मेरे पिता व्यक्ति पूजा और बाहरी आडंबर के विरोधी थे। उनके लिए कर्म ही पूजा थी।

उन्हें जानकारी मिली है कि जेएससीए उनकी पुण्यतिथि 16 अगस्त पर प्रतिमा लगाने की तैयारी कर रहा है। किसके कहने पर ऐसा किया जा रहा है ?

इस तरह की प्रतिमा लगाने की घोषणा करना उनकी स्मृति को आभाहीन करने का प्रयास है।

इसे लेकर जेएससीए ने उनके परिवार से किसी तरह की बात नहीं की।

परिजनों की जानकारी और अनुमति के बिना प्रतिमा लगाना वैयक्तिक संपदा का हनन है।

अभिषेक ने बताया कि प्रतिमा बनाने में करोड़ों रुपए खर्च होने का अनुमान है। करोड़ों रुपए खर्च कर उनकी प्रतिमा लगाना उनके आदर्शों के खिलाफ है।

अभिषेक ने जेएससीए सचिव देवाशीष चक्रवर्ती को भेजे गए लीगल नोटिस में सात दिनों में जवाब मांगा है।

अभिषेक ने कहा कि उनके पिता के पार्थिव शरीर पर जिस तिरंगे को रखा गया था, उसे जेएससीए ने सहेजकर रखने के लिए लिया था। बाद में उन्हें पता चला कि स्टेडियम में यह तिरंगा भी धूल-धूसरित हाल में पड़ा पाया गया था।

जेएससीए ने जो प्रस्ताव तैयार किया था, उसके मुताबिक अमिताभ चौधरी पवेलियन की लॉबी में 13 फीट चौड़ी और नौ फीट ऊंची 24 कैरेट गोल्ड जड़ित फ्रेम में उनकी तस्वीर लगाई जानी थी।

इस काम में लगभग दो करोड़ रुपए खर्च होने हैं। इसके अलावा 12 फीट की ऊंचाई वाली प्रतिमा लगाई जानी थी।

–आईएएनएस

एसएनसी/एबीएम

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