बीजिंग, 6 अगस्त (आईएएनएस)। चीनी विदेश मंत्रालय के निमंत्रण पर चीन में स्थित डोमिनिका, म्यांमार और ईरान समेत 25 देशों के राजनयिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 31 जुलाई से 4 अगस्त तक शिनच्यांग उइगुर स्वायत्त प्रदेश का दौरा किया, जिसके दौरान प्रतिनिधिमंडल ने शिनच्यांग की राजधानी उरूमची, काशगर और अक्सू की यात्रा की।
यात्रा के दौरान विदेशी राजनयिकों ने शिनच्यांग के आर्थिक और सामाजिक विकास को जानने के लिए विभिन्न जातीय समूहों के स्थानीय निवासियों के साथ गहन आदान-प्रदान किया।
विदेशी राजनयिकों का मानना है कि शिनच्यांग में सामाजिक सद्भाव और स्थिरता बनी हुई है। साथ ही, यहां तेज़ आर्थिक विकास, रंगीन और समृद्ध संस्कृति भी है। शिनच्यांग में स्थानीय लोग खुशहाल जीवन का आनंद ले रहे हैं। पश्चिमी मीडिया द्वारा किए गए शिनच्यांग से संबंधित मनगढ़ंत झूठ वहां की ज़मीनी स्थिति से गंभीर रूप से असंगत है।
प्रतिनिधिमंडल में चीन में स्थित पाकिस्तानी दूतावास के सामुदायिक कल्याण विंग के मिनिस्टर इजाज़ अहमद भी उपस्थित थे। उनके विचार में चीन सरकार ने आतंकवाद के विरोध में बड़े प्रयास किये हैं जिससे स्थानीय निवासियों को सुरक्षित रहने का वातावरण प्रदान किया गया है।
पश्चिमी मीडिया द्वारा चीनी सरकार पर तथाकथित “उइगुर संस्कृति के विलुप्त होने” के आरोप के विरोध में इजाज़ अहमद ने कहा कि देखकर ही विश्वास किया जा सकता है। मैंने अपनी शिनच्यांग की यात्रा में जो देखा था वह जातीय अल्पसंख्यकों की संस्कृति और भाषा की रक्षा करने के लिए चीनी सरकार की प्रतिबद्धता थी।
कुछ समय के लिए कुछ पश्चिमी मीडिया ने शिनच्यांग को बदनाम करने के लिए मनगढ़ंत झूठ बोलते हुए शिनच्यांग में जातीय अल्पसंख्यकों के तथाकथित मानवाधिकार मुद्दे को प्रचारित किया है। इसके जवाब में इस प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख और चीन में डोमिनिकन दूतावास के राजदूत मार्टिन चार्ल्स ने कहा कि अपनी शिनच्यांग यात्रा के दौरान वे आराम से स्थानीय लोगों से बातचीत कर सकते हैं। उन्होंने देखा है कि शिनच्यांग में लोग एक सभ्य और खुशहाल जीवन जीते हैं।
उधर, चीन में समोआ के राजदूत लुमानुवे ए मेरिनर भी इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्य थे। वे चीन द्वारा धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और मरम्मत को अत्यधिक मान्यता देते हैं। उनका मानना है कि चीन के कानून सभी जातीय समूहों के धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता की गारंटी देते हैं।
–आईएएनएस
एकेजे