नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में क्रिकेट प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। यह अनुशासन ही है जो किसी क्रिकेटर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लंबे समय तक टिके रहने में मदद करता है। बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की प्रतिभा पर कोई संदेह नहीं था, लेकिन यह उनका अनुशासन ही था जिसने उन्हें निराश किया। एक बार आईसीसी ने उनकी तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए उन्हें क्रिकेट जगत का भविष्य में एक बड़ा नाम बताया था। लेकिन अब टीम इंडिया तो छोड़िए 25 वर्षीय इस खिलाड़ी ने खुद को एक ऐसे मोड़ पर ला खड़ा किया है, जो आईपीएल 2025 में अनसोल्ड रहा।
जिस खिलाड़ी की तुलना सचिन तेंदुलकर- वीरेंदर सहवाग से होती थी, जिस खिलाड़ी में लोग ब्रायन लारा को देखते थे, अब उसी खिलाड़ी की हालत खस्ता हो चुकी है। इस खिलाड़ी को देखकर ऐसा लगता है कि कामयाबी जरा देर से मिले लेकिन ऐसा डाउन फॉल किसी को न मिले। एक समय था जब इस खिलाड़ी ने आईपीएल से लेकर टीम इंडिया तक तहलका मचा दिया था लेकिन यह शौहरत उनके लिए महज चंद वर्षों की थी। अब उनके करियर में ऐसा समय आ गया है कि वो न आईपीएल में हैं और न टीम इंडिया में। अपने छोटे से ही करियर में पृथ्वी शॉ पहली बार आईपीएल का हिस्सा नहीं होंगे।
पृथ्वी शॉ को दिल्ली ने आईपीएल 2022 से पहले रिटेन किया था और उन्हें भी उनके बेस प्राइस 75 लाख पर भी कोई ख़रीदार नहीं मिला। शॉ ने पिछले दो सीज़न में दिल्ली के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था जिसके बाद पिछले सीज़न में अभिषेक पोरेल के लिए उन्हें ड्रॉप किया गया था। हाल ही में उन्हें मुंबई की रणजी टीम से भी ड्रॉप कर दिया गया था।
खराब फॉर्म, फिटनेस और अनुशासन की कमी इस बल्लेबाज की सबसे बड़ी दुश्मन है। शॉ अक्सर लाइमलाइट में रहते हैं और अलग-अलग पार्टियों में दिख जाते हैं, जो उनकी ट्रोलिंग की वजह भी बनता है। अब वो सिर्फ क्रिकेट फैंस के लिए ट्रोलिंग का जरिया बन गए हैं और यही बात अब उन्हें भी चुभने लगी है।
पृथ्वी शॉ ने आईपीएल में 79 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 1892 रन बनाए। पृथ्वी शॉ के बल्ले से इस दौरान 14 अर्धशतकीय पारियां निकली। इंटरनेशनल करियर में उन्होंने 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 मैच खेला। फिलहाल पृथ्वी शॉ फिटनेस पर फोकस कर वापसी की तैयारी कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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