चीन ने पहली बार 'श्येनपिन रीफ़ कोरल रीफ़ पारिस्थितिकी तंत्र सर्वे रिपोर्ट' जारी की

चीन ने पहली बार 'श्येनपिन रीफ़ कोरल रीफ़ पारिस्थितिकी तंत्र सर्वे रिपोर्ट' जारी की

बीजिंग, 30 अगस्त (आईएएनएस)। इस वर्ष मई से जुलाई तक चीनी प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के दक्षिण चीन सागर विकास अनुसंधान संस्थान सहित कई इकाइयों ने दक्षिण चीन सागर में श्येनपिन रीफ़ के कोरल रीफ़ के पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिति का सर्वेक्षण और मूल्यांकन किया। शुक्रवार को पहली बार “श्येनपिन रीफ़ कोरल रीफ़ पारिस्थितिकी तंत्र सर्वे रिपोर्ट” जारी की गई।

श्येनपिन रीफ़ चीन के नानशा द्वीप समूह का एक हिस्सा है, जो हाईनान प्रांत के सानशा शहर के अधीनस्थ है। यह रीफ़ पूर्व से पश्चिम तक लगभग 20.9 किलोमीटर लंबी और उत्तर से दक्षिण तक 11.6 किलोमीटर चौड़ी है, जो उत्तर-पश्चिम-दक्षिणपूर्व में फैली हुई है।

रिपोर्ट के अनुसार, श्येनपिन रीफ़ और इसके निकटवर्ती जल सहित नानशा द्वीप समूह पर चीन की निर्विवाद संप्रभुता है, जिसके पर्याप्त ऐतिहासिक और कानूनी आधार हैं।

सर्वेक्षण के नतीजे बताते हैं कि श्येनपिन रीफ़ पर रीफ-बिल्डिंग कोरल का कवरेज क्षेत्रफल साल 2012 की तुलना में इस समय आम तौर पर स्थिर है। वर्तमान में, श्येनपिन रीफ़ के कोरल रीफ़ का पारिस्थितिकी तंत्र आम तौर पर स्वस्थ है, 57 जेनेरा और 13 परिवारों में रीफ-बिल्डिंग कोरल की 236 प्रजातियां हैं। रीफ-बिल्डिंग कोरल की औसत कवरेज़ दर 24.7 प्रतिशत और अधिकतम 51.3 प्रतिशत है, जो दुनिया के प्रमुख कोरल रीफ़ वितरण क्षेत्रों की तुलना में उच्च स्तर पर है।

बताया गया है कि फिलीपीन तटरक्षक जहाज़ 9701 इस साल अप्रैल से अवैध रूप से श्येनपिन रीफ़ पर रह रहा है। इस सर्वेक्षण अभियान के दौरान, 7 मई से 19 मई तक, चीनी सर्वेक्षण दल को पूरी प्रक्रिया में फिलीपींस से निगरानी हस्तक्षेप का सामना करना पड़ा। चीनी प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के दक्षिण चीन सागर विकास अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ इंजीनियर श्योंग श्याओफ़ेई के मुताबिक, चीनी तट रक्षकों ने घटनास्थल पर व्यापक सहायता प्रदान की, फिलीपींस की कार्रवाई के विरुद्ध कई बार स्पीडबोट भेजा और सर्वेक्षण कार्य के लिए मज़बूती से गारंटी दी।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

–आईएएनएस

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