बच्चों को बख्श दे आरएसएस, वक्फ बोर्ड संशोधन पर सरकार को झुकना पड़ा : पवन खेड़ा (आईएएनएस साक्षात्कार)

बच्चों को बख्श दे आरएसएस, वक्फ बोर्ड संशोधन पर सरकार को झुकना पड़ा : पवन खेड़ा (आईएएनएस साक्षात्कार)

नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आईएएनएस के साथ खास बातचीत में जम्मू-कश्मीर चुनाव, वक्फ बोर्ड संशोधन बिल, ब्रॉडकास्टिंग बिल, मध्य प्रदेश के कॉलेजों में पाठ्यक्रम में नई पुस्तकें जोड़ने जैसे मामले पर बात की।

सवाल: जम्मू-कश्मीर में चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। जम्मू-कश्मीर में 20 से 25 अगस्त तक चुनाव का ऐलान है, इसके लिए कैसी रहेगी रणनीति और तैयारी?

जवाब: हमें पूरी उम्मीद है कि चुनाव की घोषणा होगी और चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न होगा, ताकि जम्मू-कश्मीर में फिर से लोकतंत्र की बहाली हो सके। एक शिकायत जरूर है कि आपने एक राज्य को घटाकर यूनियन टेरिटरी कर दिया गया है, यह उस इलाके के लोगों के लिए बहुत बड़ा अन्याय है।

सवाल: वक्फ बोर्ड संशोधन को व्यापक चर्चा के लिए संसद की संयुक्त समिति के पास भेज दिया है। इस समिति का अध्यक्ष भाजपा के सांसद जगदंबिका पाल को बनाया गया है। उनको अगले सत्र से पहले सप्ताह में इसकी रिपोर्ट पेश करनी होगी।

जवाब: यह अच्छी बात है और इससे स्वस्थ लोकतंत्र का परिचय मिला है कि सरकार को झुकना पड़ा और इस संशोधन को समिति के पास भेजना पड़ा। जब यह समिति बनाई जा रही होगी तब सरकार के आला लोगों को थोड़ी शर्म जरूर आई होगी कि भाजपा से कोई भी मुस्लिम सांसद न लोकसभा में है और न ही राज्यसभा में है।

सवाल: बीजामंडल मंदिर को मस्जिद बताने वाले कलेक्टर को हटाने पर असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा है कि कानून का पालन करने पर भी कलेक्टर को हटा दिया जाता है।

जवाब: जिस दिन यह हुआ था, तब मैंने आपको यह पहले ही बोला था कि कलेक्टर को हटा दिया जाएगा और वही हुआ।

सवाल: सरकार को ब्रॉडकास्टिंग बिल के ड्राफ्ट को वापस लेना पड़ा। आपको क्या लगता है कि यह बिल फ्रीडम ऑफ स्पीच के लिए एक खतरा है?

जवाब: बिल्कुल, हम लोग इसके लिए लगातार आवाज उठा रहे थे। क्योंकि कोई यूट्यूबर हो, आम नागरिक भी हो जो अपने व्यू को सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर सामने रखना चाहता है, उस पर भी पाबंदी लगाने, नकेल कसने की एक कोशिश की जा रही थी। सरकार को झुकना पड़ा। मुझे नहीं लगता कि यह सरकार आगे इस तरह की जुर्रत कर पाएगी।

सवाल: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पंजाब सरकार को चिट्ठी लिखकर कहा है कि अगर भ्रष्टाचार नहीं रुका तो वहां पर चल रहे प्रोजेक्ट को रोक दिया जाएगा।

जवाब: हम लोगों ने इस बारे में ज्यादा अध्ययन नहीं किया है कि किस कारण से वह आरोप लगे और अगर आरोप लगे तो जांच किस स्तर पर हुई। जांच हुई तो कौन दोषी पाए गए। इन तमाम तथ्यों की जानकारी के बाद ही हम इस पर टिप्पणी करेंगे।

सवाल: कन्नौज में समाजवादी पार्टी का एक नेता नाबालिक के यौन शोषण में पकड़े गए हैं। इससे पहले अयोध्या में भी ऐसी घटना हो चुकी है। समाजवादी पार्टी एक जगह डीएनए टेस्ट की मांग करती है तो दूसरी जगह नार्को की मांग करती है।

जवाब: बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के पूरी और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इसके बाद दो दोषी पाया जाए, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।

सवाल: कांग्रेस ने यूटी में उपचुनाव की सभी 10 सीटों पर अपने पर्यवेक्षक तैनात कर दिए हैं। क्या आपको लगता है कि कांग्रेस समाजवादी पार्टी के साथ बराबर की हिस्सेदारी चाहती है?

जवाब: हम आपस में लगातार संपर्क में रहते हैं और इसमें कोई मतभेद लाने की कोई चेष्टा भी करे, तो भी वह नहीं आएंगे।

सवाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन जाने वाले है। इस समय रूस और यूक्रेन के बीच जो हालात हैं, क्या पीएम मोदी की यात्रा से कोई परिणाम सामने निकलेगा?

जवाब: अगर रास्ते में थोड़ी देर के लिए मणिपुर रुक जाएं तो प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी कृपा होगी।

सवाल: बसपा की मुखिया मायावती कोटे में कोटा के मुद्दे पर कांग्रेस की आलोचना कर रही हैं, इस पर आपका क्या कहना है?

जवाब: बसपा को पहले भाजपा से सवाल पूछने चाहिए। भाजपा की सरकार है। बसपा अभी भी कंफ्यूज हो जाती है कि सरकार में कांग्रेस है। हम मायावती को बताना चाहते हैं कि पिछले 10 साल से भाजपा की सरकार है। अब 11वां साल शुरू हो रहा है, जबसे हम विपक्ष में हैं। भाजपा की सरकार से सवाल पूछें।

सवाल: अजीत पवार का कहना है कि उनसे बारामती चुनाव में चचेरे भाई को पत्नी के खिलाफ खड़ा करके गलती कर दी

जवाब: अजीत पवार ने कई गलती की है। उनको अपनी एक गलती का अहसास हुआ। हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले दिनों में उनको अन्य गलतियों का भी अहसास होगा।

सवाल: मध्य प्रदेश ने कॉलेजों से पाठ्यक्रम में 88 नई पुस्तकें शामिल करने के लिए कहा है, जिनमें से कई आरएसएस नेताओं की पुस्तकें हैं।

जवाब: मैं हैरान हूं कि आरएसएस वाले पढ़ते और लिखते भी हैं। यह हमें मालूम नहीं था। जिस तरह की सरकारें वो चलाते हैं, उनमें आरएसएस के पढ़ने-लिखने का नतीजा दिखाई नहीं देता है। मैं सिर्फ इतना आग्रह करना चाहूंगा कि आप बच्चों को बख्श दीजिए। शाखा में ले जाकर जो आप पीढ़ियों को तबाह करते हैं, वह काफी है। स्कूलों तक मत जाइए। हम माता-पिता से भी आग्रह करते हैं कि वह भी दबाव डालें कि इस तरह की पुस्तकें बच्चों का भविष्य उज्जवल नहीं, बल्कि तबाह ही करेंगी।

सवाल: कोलकाता केस में सीबीआई की एंट्री हो चुकी है। क्या यह ममता सरकार की विफलता को दर्शाता है?

जवाब: निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसा नहीं होना चाहिए जैसा हमने कठुआ में देखा कि भाजपा के मंत्री और नेता बलात्कारियों के पक्ष में झंडा फहराते हुए और नारे लगाते हुए घूम रहे थे। उन्नाव और हाथरस में भी ऐसा ही देखा। जिसका बलात्कार हुआ, भाजपा उसके परिवार के खिलाफ आवाज उठा रही थी। भाजपा को छोड़कर ऐसी कोई पार्टी इस देश में नहीं है।

–आईएएनएस

एएस/

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