दोगुने से अधिक मुनाफे में पांच बिल्डरों को ग्रुप हाउसिंग के लिए करीब 34 एकड़ भूमि आवंटित

दोगुने से अधिक मुनाफे में पांच बिल्डरों को ग्रुप हाउसिंग के लिए करीब 34 एकड़ भूमि आवंटित

ग्रेटर नोएडा, 8 अगस्त (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने ग्रुप हाउसिंग के लिए ई-ऑक्शन के विकल्प से जमीन आवंटन के लिए योजना निकाली थी। पांच बिल्डरों को 34 एकड़ जमीन का आवंटन किया गया है। इससे करीब 1,500 करोड़ की राशि प्राधिकरण को प्राप्त होगी।

इस योजना के ई-ऑक्शन में करीब 38 कंपनियों ने भाग लिया था। इस योजना से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को बिड प्राइस से दोगुना मुनाफा हुआ है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से मिली सूचना के मुताबिक मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के निर्देशन में प्राधिकरण ने 5 बिल्डर्स, ग्रुप हाउसिंग भूखंडों को अधिकतम 128 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पूरा किया है।

ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने 5 बिल्डर्स, ग्रुप हाउसिंग भूखंडों की टेंडर प्रक्रिया भारतीय स्टेट बैंक के ई-ऑक्शन पोर्टल के माध्यम से करवाई है, इसमें 38 कंपनियों ने भाग लिया था। इस टेंडरिंग में 5 बिल्डर्स को ग्रुप हाउसिंग भूखंड आवंटित किए गए हैं। इनमें सेक्टर-12 में गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड को लगभग 32,000 वर्ग मीटर का भूखंड सबसे ज्यादा बोली लगाने पर 1,36,743 प्रति वर्ग मीटर पर और सेक्टर-सिगमा में लगभग 38,700 वर्ग मीटर का भूखंड 1,03,243 प्रति वर्ग मीटर की दर पर प्राप्त हुआ है।

इसके अलावा सेक्टर-36 में शोभा लिमिटेड को लगभग 13,900 वर्ग मीटर का भूखंड सबसे ज्यादा बोली पर 1,16,012 प्रति वर्ग मीटर पर प्राप्त हुआ है और सेक्टर-12 में ऐशटेक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को लगभग 28,000 वर्ग मीटर का भूखंड 1,30,743 प्रति वर्ग मीटर की दर पर प्राप्त हुआ है।

इसी कड़ी में सेक्टर-ईटा-2 में मैसर्स प्रासू इंफाबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड को लगभग 22,558 वर्ग मीटर का भूखंड 71,404 प्रति वर्ग मीटर की दर पर प्राप्त हुआ है। ग्रेनो प्राधिकरण ने इस टेंडर के जरिए 1,35,882 वर्ग मीटर (लगभग 34 एकड़) भूमि लगभग 1,500 करोड़ में बेची है। यह भूमि रिजर्व प्राइस से लगभग 762 करोड़ अधिक कीमत पर बेची गई। इस योजना में औसत वृद्धि दर 103 प्रतिशत रही है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में टेंडरिंग करने वाली कंपनियों के आवेदकों को आवंटन पत्र जारी होने की तिथि से 90 दिन के अंदर आवंटित भूखंड के लिए एक साथ धनराशि का भुगतान करना होगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एबीएम

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