अहमदाबाद, 31 जुलाई (आईएएनएस) अदाणी पावर की ओर से बुधवार को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के नतीजे पेश किए गए। अप्रैल-जून की अवधि में कंपनी का कंसोलिडेटेड कंटिन्यूइंग प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 95 प्रतिशत बढ़कर 4,483 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि पिछली समान अवधि में 2,303 करोड़ रुपये का था।
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में कंसोलिडेटेड पावर सेल्स वॉल्यूम सालाना आधार पर 38 प्रतिशत बढ़कर 24.1 अरब यूनिट्स रहे हैं, जो कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 17.5 अरब यूनिट्स थे। बिजली की ब्रिकी में बढ़त की वजह मजबूत मांग का होना है।
अदाणी पावर के सीईओ एसबी ख्यालिया का कहना है कि अदाणी पावर मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। हमने थर्मल पावर क्षेत्र में आ रहे प्रत्याशित पुनरुत्थान के लिए खुद को तैयार करने के लिए 1,600 मेगावाट की तीन अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल प्रोजेक्ट्स के लिए निष्पादन पाइपलाइनों को सुरक्षित करने के लिए एडवांस डेवलपमेंट गतिविधियां शुरू की हैं।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का कंटिन्यूइंग रेवेन्यू 30 प्रतिशत बढ़कर 15,052 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, कंटिन्यूइंग ईबीआईटीडीए 53 प्रतिशत बढ़कर 6,290 करोड़ रुपये हो गया है।
भारत में बिजली की मांग में तेजी से इजाफा हो रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बिजली की मांग सालाना आधार पर 10.6 प्रतिशत बढ़ी है। पीक डिमांड में 12 प्रतिशत बढ़कर 250 गीगावाट हो गई है।
अप्रैल से जून के बीच गोड्डा के अलावा मुंद्रा और महान के नेतृत्व में करीब सभी प्लांट्स में वॉल्यूम उच्च स्तर पर थे।
अदाणी पावर के पास 15,120 मेगावाट की स्थापित थर्मल पावर क्षमता है। कंपनी की ओर से आठ पावर प्लांट का संचालन किया जा रहा है, जो कि गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड में स्थित है। इसके अलावा कंपनी की ओर से गुजरात में 40 मेगावाट का सोलर प्लांट भी चलाया जा रहा है।
–आईएएनएस
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