गाजियाबाद में मोबाइल टावर से चोरी करने वाले 7 गिरफ्तार, 1 करोड़ का माल बरामद

गाजियाबाद में मोबाइल टावर से चोरी करने वाले 7 गिरफ्तार, 1 करोड़ का माल बरामद

गाजियाबाद, 3 अगस्त (आईएएनएस)। गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच टीम ने मोबाइल टावरों के उपकरण चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 7 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से चोरी का करीब 1 करोड़ रुपये का माल और चोरी में इस्तेमाल वाहन बरामद हुआ है।

क्राइम ब्रांच ने जानकारी देते हुए बताया है कि गाजियाबाद, दिल्ली एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, पंजाब व मध्यप्रदेश में मोबाइल टावरों से आरआर यूनिट, बैटरी व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चोरी करने वाले शातिर अपराधियों के अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा गया है।

पुलिस पूछताछ में पकड़े गए शातिर अभियुक्त मोहसिन मलिक ने बताया कि वह अनपढ़ है और 3 साल पहले उसने रायपुर छत्तीसगढ़ से कबाड़ी की फेरी का काम शुरू किया पर ज्यादा फायदा न होने के कारण करीब 1 साल पहले वह काम छोड़कर आ गया। इसका बहनोई शाहिद आरआरयू का काम करता था, उसने इसे भी यही काम करने को कहा। उसने मोहसिन को कई चोरों एवं कबाडियों से मिलवा दिया। जिसके बाद से यह चोरी का काम करने लगा।

इसी तरह अन्य आरोपी भी कबाड़ी का काम करते हुए आरआरयू चोरी के काम में लग गए।

पुलिस पूछताछ में पता चला कि पिछले कुछ वर्षों से मोबाइल टावरों की बैटरी, रेडियो रिसीवर यूनिट व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की चोर बाजार में काफी मांग चल रही है। मोबाइल टावरों पर लगे उपकरण काफी महंगे होते हैं और इनको चुराना काफी आसान होता है। इसको ट्रॉन्सपोर्ट करने में भी चेकिंग के दौरान कोई समझ नहीं पाता है कि यह क्या है।

इस गिरोह में मोहसिन, सरफराज, अनस, राजा उर्फ अकरम, राजा उर्फ शाकिय, शादाब, सलमान, अज्जू, अमन, दिल्लू उर्फ दिलशाद, सोनू उर्फ कृपाल, हातिम, शाहिद, नूर उर्फ नूरू, अय्यूब व हसन शामिल हैं।

गिरोह के सोनू उर्फ कृपाल पंजाब का रहने वाला है। वह टावर की कंपनी में टेक्नीशियन का काम करता है और आरआरयू व अन्य मोबाइल टावर उपकरण के बारे में जानता है व चोरी मे सहयोग करता है।

गिरोह के अन्य सदस्य दिन में कबाड़ी की फेरी करने का काम करते हैं और जिस मोबाइल टावर से इनको चोरी करनी होती है, उसको ये लोग दिन के समय ही चिन्हित कर लेते हैं। चोरी किये गये माल को बेचने के लिए मोहसिन, सरफराज, अनस, अकरम उर्फ राजा उस माल को दिल्लू उर्फ दिलशाद, शाहिद, नूर उर्फ नूरू व हसन को पहुंचाते हैं।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

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