हार जाते तिलक वर्मा, अगर नहीं मिलता पिता का साथ

हार जाते तिलक वर्मा, अगर नहीं मिलता पिता का साथ

नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)। युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी टी20 सीरीज से अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की। क्रिकेटर बनने के अपने सपने को हकीकत में बदलना इस खिलाड़ी के लिए इतना आसान नहीं रहा।

20 साल के तिलक वर्मा जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे हैं, इस बात में कोई शक नहीं कि वह टीम इंडिया के फ्यूचर स्टार हैं। आईपीएल में इस खिलाड़ी ने लगातार मुंबई इंडियंस के लिए शानदार प्रदर्शन किया।

हैदराबाद के रहने वाले इस युवा बल्लबेजा ने 3 अगस्त को वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रही पांच मैचों की टी-20 सीरीज में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। जहां एक तरफ वेस्टइंडीज के आगे टीम के अन्य बल्लेबाज फ्लॉप रहे, वहां इस युवा खिलाड़ी ने शानदार बल्लेबाजी की और दूसरे ही मैच में अर्धशतक भी जड़ा।

हालांकि, क्रिकेटर बनने के अपने सपने को हकीकत में बदलना इस खिलाड़ी के लिए इतना आसान नहीं रहा। इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत और उनके परिवार का संघर्ष छुपा हुआ है।

तिलक एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता एक इलेक्ट्रीशियन हैं और परिवार की आर्थिक हालत बहुत ज्यादा अच्छी नहीं है। बावजूद इन तमाम चुनौतियों के उनके पिता ने उन्हें खूब सपोर्ट किया और क्रिकेट के लिए उन्हें वह सारी सुविधाएं दी जिसकी जरुरत थी।

इस सफर में तिलक को उनके कोच सलाम बयाश का भी साथ मिला। अंडर-19 वर्ल्ड कप खेलने के बाद इस खिलाड़ी को पहचान मिली और आईपीएल से इस बल्लेबाज का नाम लाइमलाइट में आया।

20 वर्षीय यह बल्लेबाज फिलहाल वेस्टइंडीज में अपने खेल से क्रिकेट फैंस का दिल जीत रहा है।

तिलक ने कहा, “मुझे विश्वास है कि मैं किसी भी स्थिति में, किसी भी क्रम में मैच जिता सकता हूं। यही मेरे लिए मुख्य भूमिका है।”

–आईएएनएस

एएमजे/एबीएम

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