संघर्ष का मैदान न होकर रचनात्मक मंच बने साइबर स्पेस:वांग यी

संघर्ष का मैदान न होकर रचनात्मक मंच बने साइबर स्पेस:वांग यी

बीजिंग, 26 जुलाई (आईएएनएस)। सीपीसी केंद्रीय कमेटी के वैदेशिक मामले आयोग के कार्यालय के निदेशक वांग यी ने हाल ही में जोहान्सबर्ग में आयोजित ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सलाहकारों के सम्मेलन में भाषण देते हुए कहा कि नेटवर्क को डिजिटल लोहे के पर्दे की स्थापना में जुटे संघर्ष का मंच न होकर फूलों के खिलने का बड़ा मैदान होना चाहिए।

पांच ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों व उच्च प्रतिनिधियों और बेलारूस, ईरान, सउदी अरब, मिस्र, ब्रुंडी, यूएई, कजाकिस्तान और क्यूबा के प्रतिनिधि इस बैठक में उपस्थित हुए।उन्होंने इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया कि साइबर सुरक्षा कैसे विकासशील देशों के लिए चुनौती बन रही है।

वांग यी ने कहा कि हमें रणनीतिक संपर्क मजबूत कर सहयोग की दिशा साफ करनी और एकजुट होकर समान हितों की सुरक्षा करनी चाहिए। वांग यी ने चार सूत्रीय सुझाव पेश किये।पहला, न्यायपूर्ण और जायज़ साइबर स्पेस की स्थापना की जाए। दूसरा, खुले व समावेशी साइबर स्पेस का निर्माण किया जाए। तीसरा, सुरक्षित और स्थिर साइबर स्पेस की स्थापना की जाए। चौथा, जीवंत शक्ति से भरी साइबर स्पेस का निर्माण किया जाए।

वांग यी ने बल दिया कि चीन साइबर सुरक्षा को बहुत महत्व देता है और सक्रियता से वैश्विक डेटा व साइबर सुरक्षा के लिए योगदान देता है। चीन व्यापक नवोदित बाजार वाले देशों और विकासशील देशों के साथ सहयोग बढ़ाकर वैश्विक साइबर स्पेस के साझे भविष्य के लिए कोशिश करने को तैयार है।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

–आईएएनएस

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