राजस्‍व बढ़ने, प्रावधान घटने से इंडियन बैंक को 1,708 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा

राजस्‍व बढ़ने, प्रावधान घटने से इंडियन बैंक को 1,708 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा

चेन्‍नई, 27 जुलाई (आईएएनएस)। राजस्‍व में चौतरफा वृद्धि और एनपीए के लिए प्रावधान कम होने से सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक को चालू वित्‍त वर्ष की पहली तिमाही में 1,708.83 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है।

इंडियन बैंक ने गुरुवार को शेयर बाजारों को बताया कि 30 जून को समाप्‍त तिमाही में उसका कुल राजस्‍व 14,758.99 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्‍त वर्ष की इसी तिमाही में 11,758.29 करोड़ रुपये था। आलोच्‍य तिमाही में उसका शुद्ध लाभ भी एक साल पहले के 1,213.44 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,708.83 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

वित्‍त वर्ष की पहली तिमाही में एनपीए के मद में बैंक ने 929 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है ज‍बकि पिछले वित्‍त वर्ष की पहली तिमाही में उसने 2,002.15 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था।

एनपीए सहित सभी मदों को मिलाकर कुल प्रावधान एक साल पहले के 2,218.93 करोड़ रुपये से घटकर 1,740.64 करोड़ रुपये पर आ गया।

बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 30 जून 2023 को उसका सकल एनपीए 26,226.92 करोड़ रुपये था। वहीं 30 जून 2022 को यह आंकड़ा 34,573.34 करोड़ रुपये था। इस दौरान शुद्ध एनपीए भी 8,470.72 करोड़ रुपये से घटकर 3,197.55 करोड़ रुपये रह गया।

लंबित वेतन समझौते के मद में आलोच्‍य तिमाही में 166 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

इस मद में बैंक ने अब तक 418 करोड़ रुपये का कुल प्रावधान किया है। वेतन समझौता 1 नवंबर 2022 से लंबित है।

–आईएएनएस

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