मिट रहा कौशल अंतर : भारत में बढ़ रही उद्योग-केंद्रित एआई और जैव प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों की मांग

मिट रहा कौशल अंतर : भारत में बढ़ रही उद्योग-केंद्रित एआई और जैव प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों की मांग

नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। कुशल तकनीकी पेशेवरों के अपने बड़े समूह और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों में बढ़ती रुचि के साथ भारत खुद को वैश्विक एआई परिदृश्य में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर रहा है।

इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (आईडीसी) के अनुसार, भारत में एआई बाजार 20.2 प्रतिशत की सीएजीआर से विकसित होने का अनुमान है, जो 2020 में 3.1 अरब डॉलर से बढ़कर 2025 तक 7.8 अरब डॉलर हो जाएगा।

देश में निजी विश्‍वविद्यालय इस क्षमता का दोहन करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहे हैं। वे एआई में अनुसंधान और विकास में अग्रणी हैं, समर्पित एआई प्रयोगशालाएं और उत्कृष्टता केंद्र स्थापित कर रहे हैं। ये संस्थान एआई-संचालित समाधानों के माध्यम से वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए छात्रों को आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने के लिए विशेष एआई-केंद्रित पाठ्यक्रम भी डिजाइन कर रहे हैं।

आने वाले वर्षों में रोजगार योग्य, उद्योग के लिए तैयार प्रतिभा की बढ़ती मांग का लाभ उठाते हुए एक बहु-विषयक संस्थान महिंद्रा यूनिवर्सिटी ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स, जैव-प्रौद्योगिकी, डेटा एनालिटिक्स और भविष्य की अन्य प्रौद्योगिकियों में अपने उद्योग के लिए तैयार स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में अनुभवात्मक शिक्षा का लाभ उठाया है।

महिंद्रा यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड एकेडमिक्स के डीन प्रोफेसर बिष्णु पाल के अनुसार, “नैसकॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में एआई/एमएल बीडीए तकनीकी प्रतिभा की मांग और आपूर्ति के बीच 51 प्रतिशत का अंतर है। इस मुद्दे को संबोधित करने के लिए महिंद्रा विश्‍वविद्यालय तेजी से विकसित हो रहे तकनीकी उद्योग में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए छात्रों को आवश्यक नवीनतम कौशल और ज्ञान से लैस करने के लिए अनुभवी संकाय सदस्यों और उद्योग विशेषज्ञों की मदद से अपने पाठ्यक्रम को सावधानीपूर्वक डिजाइन कर रहा है। शिक्षा में उत्कृष्टता और नवाचार के लिए विश्‍वविद्यालय की प्रतिबद्धता के कारण भारत में प्रतिभा के एक संपन्न पूल की स्थापना।”

विश्‍वविद्यालय की मजबूत उद्योग भागीदारी और समर्पित प्लेसमेंट सेल के परिणामस्वरूप छात्रों के लिए उत्कृष्ट प्लेसमेंट अवसर उपलब्ध हुए हैं। भारत के विश्वविद्यालय के लिए एक अग्रणी प्रतिभा और उद्योग प्लेसमेंट केंद्र के रूप में उभरने के साथ, दुनिया भर से विश्‍वविद्यालय में अध्ययन के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की साल-दर-साल वृद्धि हुई है। यह शैक्षणिक उत्कृष्टता और उद्योग-प्रासंगिक शिक्षा के लिए विश्‍वविद्यालय की प्रतिष्ठा का प्रमाण है।

विश्‍वविद्यालय द्वारा पेश किए जा रहे कार्यक्रमों में रोबोटिक्स में बी.टेक और एम.टेक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एम.टेक, वीएलएसआई और डिजाइन सिस्टम में एम.टेक, कंप्यूटर एडेड स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में एम.टेक प्रोग्राम, कम्प्यूटेशनल मैकेनिक्स में एम.टेक, ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग में एम.टेक और बायोटेक्नोलॉजी में एम.टेक, बायोमेडिकल डेटा साइंस में एम.टेक जैसे रोजगार केंद्रित पाठ्यक्रम शामिल हैं।

–आईएएनएस

एसजीके

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