बचपन की कठिनाइयों से मेल खाती हैं निर्देशक निधिश पूजक्कल की अपकमिंग फिल्‍म

बचपन की कठिनाइयों से मेल खाती हैं निर्देशक निधिश पूजक्कल की अपकमिंग फिल्‍म

मुंबई, 21 सितंबर (आईएएनएस)। निर्देशक निधिश पूजक्कल अपनी अपकमिंग फिल्‍म की शूटिंग में व्यस्त हैं। उन्‍होंने कहा कि यह फिल्म उनके बचपन की कठिनाइयों से निकटता से संबंधित है। अभी फिल्‍म के नाम का खुलासा नहीं हुआ है।

यह फिल्म एक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर है। इसमें अरशद वारसी, जूही चावला, दिव्या दत्ता, अनिरुद्ध तंवर, गौहर खान, जितेंद्र जोशी और प्रकाश बेलावादी शामिल हैं। निर्देशक ने कहा कि उनके लिए सिनेमा सीमाओं को पार करने और सामान्य से आगे निकलने का एक साधन है।

उन्होंने कहा कि विज्ञापन और पटकथा लेखन की पृष्ठभूमि के साथ मैंने एक ऐसी फिल्म बनाने की कोशिश की, जो दृश्य और ध्वनि से परे हो। मैं दर्शकों को पूरी तरह से डुबोते हुए, कई संवेदी अनुभव उत्पन्न करना चाहता था। मेरी यात्रा एक व्यक्तिगत चुनौती के रूप में शुरू हुई। अरशद वारसी, जूही चावला, अनिरुद्ध तंवर, दिव्या दत्ता और अन्य जैसे दिलचस्प कलाकारों के साथ यह एक मनोरंजक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर में विकसित हुई।

उन्होंने आगे उल्लेख किया, “यह फिल्म दर्शकों को एक अलग दुनिया में ले जाती है। यह कहानी कहने के जादू और एक उल्लेखनीय टीम के समर्पण का प्रमाण है। हमने मिलकर कुछ असाधारण चीज तैयार की है।”

इस फिल्म की प्रेरणा निधिश की बचपन की ज्वलंत स्मृति पर आधारित है। उन्होंने साझा किया, “8 या 9 साल के एक लड़के के रूप में मुझे अक्सर बदमाशी का सामना करना पड़ता था। लेकिन, फिर भी मुझे बड़े समूह के साथ टैग किया जाता था। एक दिन भ्रमण के दौरान उन्होंने मुझे एक जर्जर झोपड़ी में बंद कर दिया। इस घटना ने मुझ पर एक भयानक अनुभव की छाप छोड़ी।”

उन्होंने कहा, “यह खोज मेरे बचपन की कठिनाइयों से मेल खाती है, जिसने इस फिल्म के लिए चिंगारी को प्रज्वलित किया। मैंने एक असामान्य कहानी कहने की यात्रा शुरू की। यह एक रोमांचकारी और विचारोत्तेजक कहानी है, जो व्यक्तिगत अनुभवों और बचपन की यादों के स्थायी प्रभाव से पैदा हुए जीवन में ‘फंसा हुआ’ महसूस करने की अवधारणा की पड़ताल करती है। यह फिल्म बताती है कि हमारा अतीत हमारी रचनात्मक गतिविधियों को कैसे आकार देता है।”

–आईएएनएस

एमकेएस

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