पूर्वोत्तर में कई लोग अब उड़ान सेवाओं के बजाय ट्रेनों का विकल्प चुन रहे : असम के सीएम

पूर्वोत्तर में कई लोग अब उड़ान सेवाओं के बजाय ट्रेनों का विकल्प चुन रहे : असम के सीएम

गुवाहाटी, 7 अगस्त (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘अमृत भारत स्टेशन’ पहल के तहत राज्य में 32 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की पहल के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना की। 

असम के मुख्यमंत्री ने सेवाओं में बदलाव के कारण आजकल ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों की बदलती आदत पर भी बात की।

गुवाहाटी में पीएम मोदी के कार्यक्रम से जुड़े एक कार्यक्रम में बोलते हुए सरमा ने कहा, ”पिछले 10 सालों में देश में ट्रेन में सफर करने का अनुभव बदल गया है। अगले कुछ सालों में इसमें और बदलाव आएगा। 50 से ज्यादा स्टेशन असम में केंद्र सरकार की नवीनतम पहल के तहत फिर से विकास किया जाएगा, जिसमें से 32 स्टेशनों पर काम की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा की गई थी।”

उन्होंने दावा किया कि अगले दो साल में इन रेलवे स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अत्याधुनिक स्टेशनों में तब्दील कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में पूर्वोत्तर का हर राज्य देश की मुख्य भूमि से जुड़ गया है।

पुरानी मीटर गेज लाइनों को ब्रॉड गेज से बदल दिया गया और क्षेत्र के कई स्थानों पर रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण भी पूरा हो गया।

सरमा ने कहा, “वंदे भारत जैसी ट्रेनों की शुरुआत के साथ लोग अब उड़ान सेवाओं के बजाय ट्रेन यात्रा चुनने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं।”

“मैं पूर्वोत्तर में रेल नेटवर्क में सुधार के लिए पर्याप्त बजट निर्धारित करने के लिए प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं।”

असम के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी ने भारत को दुनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में बदलने का सपना देखा है।

उन्होंने कहा, “हम पहले ही दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। मेरा मानना है कि हम अगले कुछ वर्षों में जापान को पीछे छोड़कर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकते हैं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के तहत 56 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी।

56 स्टेशनों में से 32 स्टेशन असम में, 3 स्टेशन त्रिपुरा में, 16 स्टेशन पश्चिम बंगाल में, 3 स्टेशन बिहार में और एक-एक स्टेशन नगालैंड और मेघालय में हैं।

एक अधिकारी ने कहा, “एनएफआर में 91 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 5,100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।”

आधिकारिक बयान के अनुसार, इस योजना में दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ निरंतर आधार पर स्टेशनों के विकास की परिकल्पना की गई है।

इसमें स्टेशन पहुंच, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालय, लिफ्ट, एस्केलेटर, मुफ्त वाई-फाई, स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क जैसी योजनाओं के माध्यम से स्टेशनों पर सुविधाओं में सुधार करने के लिए चरणों में मास्टर प्लान तैयार करना और उनका कार्यान्वयन शामिल है।

ऐसे प्रत्येक स्टेशन पर जरूरत को ध्यान में रखते हुए ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’, बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, कार्यकारी लाउंज, व्यावसायिक बैठकों के लिए स्थान आदि की व्‍यवस्‍था की जाएगी।

–आईएएनएस

एसजीके

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