तेज गति के साथ समग्र विकास के लिए उत्तर प्रदेश का प्रयास सराहनीय : विश्व बैंक

तेज गति के साथ समग्र विकास के लिए उत्तर प्रदेश का प्रयास सराहनीय : विश्व बैंक

लखनऊ, 2 अगस्त (आईएएनएस)। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बुधवार को विश्व बैंक के 20 सदस्यीय दल ने भेंट की। इस दौरान तेज गति के साथ समग्र विकास के लिए उत्तर प्रदेश का प्रयास सराहा गया।

कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश में अवस्थापना विकास, औद्योगीकरण, कूड़ा निस्तारण, गरीबी उन्मूलन, नियोजित शहरीकरण, पर्यावरण संरक्षण आदि सेक्टर में बीते छह वर्षों में उत्तर प्रदेश को नया कलेवर मिला है।

वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशक परमेश्वरन अय्यर के नेतृत्व में हुई इस विशेष भेंट के दौरान उत्तर प्रदेश की संभावनाओं के अनुरूप समग्र विकास के लिए पारस्परिक सहयोग और भावी कार्ययोजना पर चर्चा हुई। समूह में शामिल कई प्रतिनिधि, जो एक दशक पहले यूपी आ चुके हैं, ने प्रदेश में हुए विकास कार्यों की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी।

कार्यकारी निदेशक परमेश्वरन अय्यर ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात के बाद विश्व बैंक का प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश आया है। इस प्रतिनिधि मंडल में दुनिया के 100 ताकतवर देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि देश में बीते 9 साल और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीते 6 वर्षों में काफी अच्छा काम हो रहा है। वर्ल्ड बैंक का मिशन हमेशा से गरीबी उन्मूलन का रहा है। अब पर्यावरण संवर्धन को लेकर भी हमारा विशेष जोर है। इसमें उत्तर प्रदेश बड़ी भूमिका निभा सकता है।

इससे पहले, उत्तर प्रदेश आगमन पर समूह का अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नियोजित प्रयासों से आज उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आकर देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बन चुका है। नीति आयोग के ताजा आंकड़ों को देखें तो विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश अपनी साढ़े पांच करोड़ आबादी को गरीबी रेखा से बाहर लाने में सफल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 96 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयां संचालित हैं, जो प्रदेश में रोजगार सृजन करने के साथ ही यूपी को एक्सपोर्ट का हब बना रही हैं। विगत 6 वर्ष में उत्तर प्रदेश ने अपना निर्यात दोगुना तक बढ़ाने में सफलता पाई है। उत्तर प्रदेश संभावनाओं का प्रदेश है। यहां पर भारत की 16 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है, जो यूपी को देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता और श्रम बाजार बनाती है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश भारत की संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना का केंद्र भी है।

औद्योगिक परिवेश की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत फरवरी में उत्तर प्रदेश ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- 2023 का आयोजन किया था, जिसमें यूपी को 36 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। कुछ महीनों में निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए हम ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करने जा रहे हैं, जिसमें 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की तैयारी है।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

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