एचपी की 'सीएलएपी' पहल से भारतीय गांवों में 3.5 लाख से ज्यादा लोग बने सशक्त

एचपी की 'सीएलएपी' पहल से भारतीय गांवों में 3.5 लाख से ज्यादा लोग बने सशक्त

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। 30 मोबाइल लर्निंग सेंटरों की तैनाती के साथ, पीसी और प्रिंटर प्रमुख एचपी ने बुधवार को घोषणा की कि उसके डिजिटल एजुकेशन प्रोग्राम ‘सीएलएपी’ (क्रिएटिंग लर्निंग एंड एडवांसमेंट पॉसिबिलिटीज) ने 200 भारतीय गांवों में शिक्षा परिदृश्य को बदल दिया है, जिससे 3,50,000 से ज्यादा लोग सशक्त हुए हैं।

ग्लोबल लेवल पर एचपी ने 2030 तक 150 मिलियन को प्रभावित करने के ग्रैंड विजन के साथ 21 मिलियन से ज्यादा लोगों के लिए डिजिटल इक्विटी में उल्लेखनीय प्रगति की है।

स्ट्रैटेजिक प्रोग्राम, इंवेस्टमेंट्स और पार्टनरशिप, एचपी महिलाओं, लड़कियों, हाशिए पर रहने वाले समूहों और शिक्षकों के लिए डिजिटल विभाजन को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित करता है, जो शिक्षा और आर्थिक संभावनाओं तक समान पहुंच का समर्थन करता है।

एचपी इंडिया मार्केट के उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बराड़ ने कहा, “हमारे जारी प्रयास पॉजिटिव बदलाव लाने, स्थिरता को बढ़ावा देने और एक अधिक समावेशी डिजिटल इकोसिस्टम के निर्माण की दिशा में काम करना जारी रखेंगे, जिससे कम्युनिटी के सभी सदस्यों को लाभ होगा।”

उन्होंने कहा, “टेक्नोलॉजी को नेविगेट करने और उपयोग करने की क्षमता के साथ व्यक्तियों को सशक्त बनाकर, हमारा लक्ष्य बाधाओं को तोड़ना और विकास के लिए नए रास्ते खोलना है।”

इन प्रयासों के बीच एचपी का ट्रांसफॉर्मेटिव प्रभाव उसके वर्ल्ड ऑन व्हील्स (डब्ल्यूओडब्ल्यू) प्रोग्राम के साथ और भी अधिक स्पष्ट हो गया है।

एचपी की सोरल-पावर्ड मोबाइल लर्निंग लैब ने दूरदराज के कोनों में प्रवेश कर लिया है, जिससे डिजिटल साक्षरता, शिक्षा, उद्यमिता और नागरिक सेवाएं उन लोगों तक पहुंच रही हैं, जिन्हें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत है।

एचपी तकनीक से लैस इन प्रयोगशालाओं ने ग्रामीण क्षेत्रों के लगभग 650,000 लोगों को सीधे लाभ पहुंचाया है।

इसके अलावा, एचपी एक्सेसिबल लर्निंग फॉर ऑल (एएलएफए) प्रोग्राम एक और महत्वपूर्ण प्रयास है। यह 2,000 से अधिक क्लासरुम को सुसज्जित करने और सरकारी और गैर सरकारी संगठन द्वारा संचालित स्कूलों में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं शुरू करने का प्रयास करता है।

ऐसा करके 620 हजार से ज्यादा छात्रों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया है और अगली पीढ़ी की क्षमता का पोषण किया है।

एक अन्य पहल, एचपी कॉमन सर्विस लैब्स (सीएसएल), जो दूरदराज और कम सेवा वाले क्षेत्रों में स्थापित है, कंपनी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए जरूरतमंद समुदायों को स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और आवश्यक सेवाएं प्रदान करती है।

पिछले दो सालों में, टेलीमेडिसिन सुविधाओं वाले ये सौर ऊर्जा संचालित केंद्र लगभग 12,936 लोगों तक पहुंच चुके हैं, जो किसी को भी पीछे न छोड़ने की एचपी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।

–आईएएनएस

पीके/एबीएम

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