नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने सोमवार को भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) और विदेशी नागरिकों के तहत आने वाले फुटबॉलरों की स्थिति का अध्ययन करने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया।
टास्क फोर्स उच्च स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ियों और युवा खिलाड़ियों की स्थिति का भी मूल्यांकन करेगी। टास्क फोर्स 31 जनवरी 2024 तक अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
चौबे ने घोषणा की कि टास्क फोर्स की अध्यक्षता पंजाब फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष और अनुभवी खेल प्रशासक समीर थापर करेंगे।
एआईएफएफ प्रमुख कार्यकारी समिति के साथ परामर्श के बाद टास्क फोर्स के अन्य सदस्यों का नाम तय करेंगे।
चौबे ने कहा, “टास्क फोर्स का प्राथमिक उद्देश्य उन फुटबॉलरों पर डेटा एकत्र करना होगा जो या तो भारत के प्रवासी नागरिक (ओसीआई) या भारतीय मूल के व्यक्ति (पीआईओ) हैं। यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है कि कई ऐसे फ़ुटबॉल खिलाड़ी अलग-अलग देशों में विशिष्टता के साथ खेल रहे हैं और पेशेवर फुटबॉल की कठिन दुनिया में अपना नाम बनाया है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या डेटा का उपयोग विभिन्न स्तरों पर भारतीय राष्ट्रीय टीमों के लिए खेलने को लेकर इनमें से कुछ फुटबॉलरों से संपर्क करने के लिए किया जा सकता है। चौबे ने कहा, “हम जानते हैं कि देश के मौजूदा कानून के अनुसार, ओसीआई और पीआईओ को भारत का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति नहीं है। अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में जब तक कि वे भारतीय नागरिकता नहीं अपना लेते।
हालांकि, अगर हम बातचीत शुरू करना चाहते हैं और ऐसे खिलाड़ियों को भारतीय फुटबॉल टीमों का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति देने के विभिन्न तरीकों पर गौर करना चाहते हैं, इसलिए हमें डेटा की आवश्यकता है, यही कारण है कि हमने इस टास्क फोर्स का गठन किया है।”
–आईएएनएस
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