उर्स में शामिल होने पिरान कलियर पहुंचे पाकिस्तान के 107 जायरीन, वफ्फ बोर्ड देगा खास तोहफा

उर्स में शामिल होने पिरान कलियर पहुंचे पाकिस्तान के 107 जायरीन, वफ्फ बोर्ड देगा खास तोहफा

रूड़की, 26 सितंबर (आईएएनएस)। रुड़की के पिरान कलियर में इन दिनों हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक का 755वां उर्स चल रहा है। उर्स में शामिल होने पाकिस्तान से भी जायरीन पहुंचे हैं। इस साल पाकिस्तान से 107 सदस्यीय जत्था रुड़की पहुंचा। पाकिस्तानी जत्था लाहौरी एक्सप्रेस से रुड़की पहुंचे।

जिसके बाद रेलवे स्टेशन से प्रशासनिक अधिकारी बसों में जायरीनों को लेकर पिरान कलियर पहुंचे। सभी जायरीनों के ठहरने का इंतजाम साबरी गेस्ट हाउस में किया गया है।

पाकिस्तान से हर साल जायरीन पिरान कलियर में आयोजित मेले में शामिल होने आते हैं। पाकिस्तानी जायरीन पहले पाक पट्टन स्थित दरगाह बाबा फरीदगंज शकर की दरगाह में हाजिरी लगाते हैं। उसके बाद कलियर के लिए रवाना होते हैं। यह जत्था तकरीबन एक सप्ताह कलियर में रहेगा। पाकिस्तानी जायरीनों के लिए सुरक्षा के कड़े इंतेज़ाम किए गए हैं।

खुफिया विभाग से लेकर पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। जीआरपी एसपी अरुणा भारती ने बताया कि कलियर उर्स में शामिल होने के लिए इस बार 105 पाकिस्तानी जायरीन आये हैं। जिनमें उनके साथ 2 दूतावास के अधिकारी भी शामिल हैं। इनको चेकिंग के बाद बसों में बैठा कर पिरान कलियर के साबरी गेस्ट हाउस रवाना किया गया था।

उन्होंने बताया कि ये लोग करीब एक हफ्ते तक यहां रुकेंगे और उसके बाद अक्टूबर में अपने देश रवाना होंगे। सुरक्षा के लिहाज से सभी तैयारियां की गई है।

दूसरी तरफ वफ्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने इस साल हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के 755वां उर्स में शामिल होने आए पाकिस्तानी ज़ायरीनों के लिए एक खास तोहफा देने की बात की है। शादाब शम्स ने कहा कि, मुस्लिम धर्म के पवित्र धार्मिक स्थल कलियर शरीफ में उर्स की शुरूआत हो रही है। जिसमें हिंदुस्तान के कोने-कोने से दरगाह शाबिर पाक कलियर के उर्स में आ रहे है।

इसके साथ ही पाकिस्तान से भी 107 जायरीन कलियर पहुंचे हैं। जिनको प्यार और सम्मान देने के उद्देश्य से गंगा जल और भगवत गीता भेंट की जाएगी। वक्फ बोर्ड के चेयरमेन शादाब शम्स ने कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच प्यार का पैगाम भेजने के उद्देश्य से पाकिस्तान के मंदिरो में 150 करोड़ सनातनी परंपरा को मानने वालों की ओर से पवित्र ग्रंथ भगवत गीता और गंगाजली भेंट की जाएगी। जिससे दोनों धर्मो के बीच भाईचारे को बढ़ाया जा सके।

–आईएएनएस

स्मिता

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