अमेरिका में हिंसक कारजैकिंग में भारत-श्रीलंकाई मूल की नेता पर हमला

अमेरिका में हिंसक कारजैकिंग में भारत-श्रीलंकाई मूल की नेता पर हमला

न्यूयॉर्क, 8 सितंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी राज्य मिनेसोटा की भारतीय और श्रीलंकाई मूल की एक डेमोक्रेटिक नेता पर चार युवकों ने हमला कर उन्‍हें लहूलुहान कर दिया। बताया जा रहा है कि हमलावर युवकों ने बंदूक की नोक पर उनसे कार छीनने की कोशिश की। यह पूरी घटना उनके बच्‍चों के सामने हुई ।

मिनेसोटा डेमोक्रेटिक-फार्मर-लेबर (डीएफएल) पार्टी की पदाधिकारी शिवंती सथानंदन ने कहा कि मंगलवार की सुबह हुए हमले में उनका पैर टूट गया, सिर पर गहरे घाव हो गए और उनके पूरे शरीर पर चोट और घाव हो गए।

सथानंदन ने बुधवार को एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, “आप आज मेरे और मेरे बच्चों के लिए मृत्युलेख पढ़ रहे होते। लेकिन, इसके बजाय मैं यहां हूं। इसे लिखने के लिए, मेरा एक पैर टूट गया है, मेरे सिर पर गहरे घाव हैं, मेरे पूरे शरीर पर चोट और घाव हैं, और मैं क्रोध में हूं।”

उन्होंने कहा, “चार बंदूकधारी युवकों ने मेरे बच्‍चों के सामने मुझे बुरी तरह पीटा। हमारे पड़ोसी जब मेरे पास आए और मेरी मदद करने की कोशिश की तो उन्होंने बंदूक की नोक पर उन्हें पकड़ लिया। यह सब दिन के उजाले में हुआ।”

डेमोक्रेटिक पार्टी से संबद्ध डीएफएल की दूसरी उपाध्यक्ष सथानंदन ने कहा कि उनकी चार साल की बेटी “बिना रुके चिल्लाती रही” और उनका सात साल का बेटा मदद के लिए चिल्लाता रहा “क्योंकि बुरे लोग बैकयार्ड में उनकी मां की हत्या कर रहे हैं।”

सथानंदन ने फेसबुक पर अपनी खून से सनी तस्वीर साझा करते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।

सथानंदन ने लिखा, “मेरे चेहरे को देखो। ये अपराधी जीत नहीं पाएंगे। हमें अपना शहर वापस लेना होगा और यह आखिरी बार नहीं होगा, जब आप मुझसे इस बारे में सुनोगे।”

उन्‍होंने कहा, ”मैं अब आंकड़ों का हिस्सा हूं। मैंने अपनी और अपने बच्चों की जान बचाने के लिए इन लोगों से लड़ाई की। मैं तब भी चुप नहीं थी, और अब भी चुप नहीं रहूंगी। हमें अपनी सड़कों से अवैध बंदूकें हटाने की जरूरत है, इन युवाओं को पकड़ें, जो हमारे शहर में अराजकता पैदा कर रहे हैं और उन्हें हिरासत में लेकर उन पर मुकदमा चलाएं।”

घटना की पुष्टि करते हुए मिनियापोलिस पुलिस ने केएसटीपी चैनल को एक बयान में कहा, ”सथानंदन के वाहन को बाद में संदिग्धों द्वारा छोड़ दिया गया, जिसे बरामद किया गया। लेकिन अब तक किसी भी संदिग्ध को गिरफ्तार नहीं किया गया है।”

सथानंदन ने तीन साल पहले मिनियापोलिस पुलिस विभाग को “नष्ट” करने का वादा किया था, लेकिन अब उन्‍होंने मिनियापोलिस के फोर्थ प्रीसिंक्ट अधिकारियों, मेयर जैकब फ्रे, पैरामेडिक्स, पड़ोसियों, दोस्तों और डीएफएल परिवार को धन्यवाद दिया है, जो इस भयानक अनुभव के दौरान उनके बचाव में आए।

वह मिनेसोटा के डीएफएल के दूसरे उपाध्यक्ष के रूप में चुनी जाने वाली पहली अश्वेत महिला और पहली दक्षिण एशियाई महिला हैं। वह 2006 से पार्टी से जुड़ी हुई हैं।

तब से वह चौथे कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट की उपाध्यक्ष, राज्य आउटरीच और समावेशन समिति की सदस्य, राज्य क्रेडेंशियल्स समिति की सह अध्यक्ष, एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीपसमूह कॉकस की बोर्ड सदस्य और मिनेसोटा एशियन डेमोक्रेटिक एसोसिएशन की बोर्ड सदस्य के रूप में कार्य कर चुकी हैं।

सथानंदन सेंट पॉल में पली-बढ़ी और मिनेसोटा विश्वविद्यालय से स्नातक हैं।

–आईएएनएस

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