अनुराग कश्यप 'कैनेडी' को 'कॉमिक बुक' जैसा घुमाव देना चाहते थे

अनुराग कश्यप 'कैनेडी' को 'कॉमिक बुक' जैसा घुमाव देना चाहते थे

मुंबई, 7 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय लेखक अनुराग कश्यप की ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘अग्ली’, ‘डेव.डी’, ‘ब्लैक फ्राइडे’ और अन्य फिल्मों ने भारत में सिनेमा को मजबूत किया है। कश्यप ने मेलबर्न के भारतीय फिल्म महोत्सव में जाने के लिए एक बड़ा फैंस बेस तैयार किया है क्योंकि उनकी अपकमिंग फिल्म ‘कैनेडी’ को महोत्सव में समापन फिल्म के रूप में चुना गया है।

कश्यप ने साझा किया कि ‘कैनेडी’ का विचार उनके भीतर 20 वर्षों से चल रहा था, लेकिन यह तभी साकार हुआ जब दुनिया में महामारी आई। एक तरह से, महामारी कश्यप की स्टोरी के परफेक्ट फिजिकल सेटिंग बन गई, क्योंकि वह कहानी (स्टोरी) को एक ‘कॉमिक बुक’ जैसा घुमाव देना चाहते थे।

फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने आईएएनएस को बताया कि मेरे मन में ‘कैनेडी’ का विचार लगभग 20 वर्षों से था, नाममात्र का चरित्र 20 वर्षों से मेरे दिमाग में मौजूद था। यह एक किरदार पर आधारित था जो मुझे 2003 में सुधीर मिश्रा ने सुनाया था।

लेकिन, उस समय मैं एक और एनकाउंटर-कॉप फिल्म नहीं बनाना चाहता था, क्योंकि उन दिनों यह विषय एक हॉट टॉपिक था। उन्होंने साझा किया कि वह स्टोरी को ‘जियालो’ जैसा व्यवहार देना चाहते थे। जियालो, मर्डर मिस्ट्री फिक्शन की इतालवी सिनेमा की एक शैली है, जिसमें अक्सर स्लेशर, थ्रिलर, मनोवैज्ञानिक हॉरर और अलौकिक हॉरर तत्वों जैसे विषयों की एक विस्तृत सीरीज शामिल होती है।

अनुराग ने आगे कहा, ”मैंने इसे एक कॉमिक बुक टेक की तरह अपना खुद का स्पिन (मोड़) देने का फैसला किया। मैं इसे जियालो जैसा व्यवहार देना चाहता था। लेकिन, किसी तरह यह सफल नहीं हो सका और फिर लॉकडाउन हो गया तथा इसने मुझे इस फिल्म को लॉकडाउन के संदर्भ में सेट करने का एक शानदार अवसर दिया क्योंकि लोग वैसे भी लॉकडाउन के दौरान मास्क पहने हुए थे, इसलिए इसने नकाबपोश चरित्र को भीड़ के साथ एक होने का अवसर दिया।”

निर्देशक ने आईएएनएस को बताया कि यह फिल्म भी 1980 के दशक के अंत में घटी एक सच्ची कहानी पर आधारित है। वास्तविक अपराध फिल्मों के साथ कश्यप का जुड़ाव नया नहीं है। उनकी पहली फिल्म ‘पांच’ जो अपने हिंसक कंटेंट के कारण कभी रिलीज नहीं हो पाई थी।

कश्यप ने कहा कि मैंने 1980 के दशक से चरित्र और कहानी ली और उन्हें लॉकडाउन के संदर्भ में रखा एवं इस तरह फिल्म अस्तित्व में आई। सेट पर दृश्यों को पूरी तरह से सुधारने की अपनी आदत के लिए जाने जाने वाले अनुराग ने ‘कैनेडी’ के लिए एक अनूठा इक्सेप्शन बनाया, क्योंकि उन्होंने कहा कि टीम के सेट पर पहुंचने से पहले फिल्म पूरी तरह से डिजाइन की गई थी, जिसमें सुधार के लिए बहुत कम या कोई जगह नहीं थी।

‘कैनेडी’ आईएफएफएम के 13वें संस्करण की समापन फिल्म है जो 11 अगस्त से 20 अगस्त तक मेलबर्न में आयोजित होने वाली है। ‘कैनेडी’ में सनी लियोन और राहुल भट्ट मुख्य भूमिका में हैं।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

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